हजारों मांओं के सामने रोने लगे उत्‍तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन, मांगी ज्‍यादा बच्‍चे पैदा करने की ‘भीख’

प्‍योंगयांग: उत्‍तर कोरिया के तानाशाह कितने खतरनाक हैं, इसके बारे में किसी को कुछ बताने की कोई जरूरत नहीं है। कोई अगर उनकी मीटिंग में सो जाए तो वह उसे गोली मरवा देते हैं। लेकिन यही खतरनाक तानाशाह जब सुबक-सुबक कर रोने लगे तो। सुनने में थोड़ा अटपटा लग सकता है मगर जो वीडियो इस समय सबसे ज्‍यादा चर्चा में है, उससे तो यही लगता है। एक कार्यक्रम में किम जोंग उन जमकर रोए हैं। देश में तेजी से गिरती जन्‍म दर पर चर्चा के समय किम जोंग को रोते हुए देखा गया। किम जोंग सैंकड़ों महिलाओं के सामने रोए हैं और अब इस पर हर कोई चर्चा कर रहा है। किम का रोना असाधारण किम जोंग उन के रोने को एक असाधारण पल के तौर पर करार दिया जा रहा है। उत्तर कोरिया के नेता देश की हजारों ‘मांओं’ के सामने रोते हुए और उनसे ज्‍यादा से ज्‍यादा बच्‍चों को जन्‍म देने की गुहार लगा रहे थे। इसी समय वह रोने लगे। वह देश की मांओं से और ज्यादा बच्‍चों को जन्म देने की ‘भीख’ मांग रहे थे जिससे जन्म दर में तेजी से गिरावट को रोका जा सके। यह वाकया तीन दिसंबर को राजधानी प्योंगयांग में नेशनल मदर्स मीटिंग का है। यहां पर हिस्‍सा लेने आई महिलाओं से किम जोंग ने और बच्‍चे पैदा करने की अपील की और इसी समय तानाशाह को रूमाल से अपनी आंखों को पोंछतें हुए देखा गया। रोने लगी महिलांए भी! किम के अलावा मीटिंग में आईं कुछ और महिलाएं भी रोती हुई नजर आ रही थीं। किम जोंग-उन ने महिलाओं को ‘डियर मदर्स’ कहकर संबोधित किया। उन्‍होंने कहा, ‘जन्म दर में गिरावट को रोकना और बच्चों की अच्छी देखभाल करना हमारे सर्वोच्‍च कर्तव्य हैं जिन पर हमें माताओं के साथ काम करते हुए ध्‍यान देने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा कि उनके देश को कई तरह के सामाजिक काम करने पड़ रहे हैं। इन कामों में उन्हें देश की माताओं की मदद भी चाहिए। किम ने जिन सामाजिक कार्यों का जिक्र किया उनमें बच्चों का सही पालन-पोषण करना शामिल था। उनका कहना था कि सही पालन-पोषण होने पर ही बच्‍चे मजबूती के साथ देश में जारी क्रांति को आगे बढ़ा सकते हैं। देश की कम जन्‍मदर किम जोंग-उन का कहना था कि एक-दूसरे की मदद करना और उन्हें आगे बढ़ाना, घटती जन्म दर को रोकना और बच्चों की अच्छी देखभाल करने के अलावा उन्हें प्रभावी ढंग से शिक्षित करना समाज का सबसे बड़ा गुण है। संयुक्त राष्‍ट्र (यूएन) के अनुमान के अनुसार, हाल के दशकों के दौरान उत्‍तर कोरिया में जन्म दर में तेजी से गिरावट हुई है। देश की औसत प्रजनन दर या जन्म लेने वाले बच्चों की औसत संख्या साल 2023 में 1.8 रिकॉर्ड की गई है।