लखनऊ: सर्दी और कोहरे के कहर के बीच ट्रेनों की देरी और बदइंतजामी से यात्री कांपने को मजबूर हैं। कई ट्रेनों के थर्ड एसी कोच में यात्रियों को अब भी कंबल नहीं मिल रहे। वहीं, ज्यादातर ट्रेनों में अब भी गंदे कंबल की सप्लाई हो रही है। इसके अलावा स्लीपर कोच में खिड़कियों के कांच बंद नहीं हो रहे। इस कारण यात्रियों को सर्दी से बचने के लिए खिड़कियों पर चादरों के परदे लगाने पड़ रहे हैं। कोहरे में सुरक्षित सफर के नाम पर रेलवे लखनऊ होकर चलने वाली करीब 200 ट्रेनें पहले ही रद कर चुका है। इसके बावजूद यात्रियों को जरूरी सुविधाएं नहीं मिल पा रहीं। कई ट्रेनों में अब भी गंदे कंबल दिए जा रहे हैं। लखनऊ जंक्शन से वाराणसी सिटी जाने वाली 15008 कृषक एक्सप्रेस में गंदे कंबल से तीन यात्रियों की तबियत बिगड़ने का भी मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, सोमवार रात करीब 12 बजे लखनऊ जंक्शन से ट्रेन रवाना होने से पहले थर्ड एसी कोच बी-5 के यात्रियों ने कंबल से बदबू आने की शिकायत की। कुछ देर में कंबल बदल दिए गए, लेकिन जैसे ही ट्रेन बादशाहनगर स्टेशन पहुंची, यात्रियों को उल्टियां आने लगी। इस पर ट्रेन रोककर मेडिकल टीम बुलाई गई। यात्रियों ने मेडिकल टीम को बताया कि कंबल की बदबू की वजह से जी मिचलाने लगा था। कुछ देर में तबियत सामान्य होने पर यात्रियों को कुछ जरूरी दवाएं देकर ट्रेन रवाना की गई।दून की खिड़की का कांच चिटका13009 दून एक्सप्रेस की एसी बोगी बी-1 में बर्थ नंबर एक के पास खिड़की का कांच चिटका मिला। इस पर हल्का सा जोर पड़ने पर ही पूरी खिड़की टूट कर बिखर सकती है।वेटिंग एरिया फुल, ठिठुर रहे यात्रीट्रेनों की देरी से स्टेशन पर बने वेटिंग हॉल भी फुल चल रहे हैं। चारबाग और लखनऊ जंक्शन के सभी वेटिंग रूम 24 घंटे भरे रहते हैं। इस कारण बाकी यात्रियों को प्लैटफॉर्म और सामान्य हॉल में ठिठुरते हुए ट्रेनों का इंतजार करना पड़ रहा है।हर दिन आती 15 से 20 शिकायतेंकंबल और चादरों की कमी और गंदगी पर लखनऊ में रोजाना 15 से 20 शिकायतें आ रही हैं। पिछले 15 दिनों में 180 मामले ट्विटर के जरिए आए हैं। उत्तर रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार और पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह का कहना है कि किसी भी प्रकार की मदद या शिकायत के लिए यात्री 139 नंबर पर कॉल कर सकते हैं। इसके साथ रेल मदद ऐप से आने वाली शिकायतों का भी तुरंत निस्तारण करवाया जा रहा है।1. नई दिल्ली से डिब्रूगढ़ जाने वाली 20504 राजधानी एक्सप्रेस में थर्ड एसी कोच-बी-1 की बर्थ-69 पर यात्री अमन न्यू जलपाईगुड़ी जा रहे थे। ट्रेन के दिल्ली से चारबाग पहुंचने तक भी उन्हें कंबल नहीं मिला।2. 12238 बेगमपुरा की थर्ड एसी कोच में अपनी बेटी के साथ सफर कर रहीं प्रियंका ने बताया कि उन्हें वाराणसी जाना है। अटेंडेंट से कई बार कंबल मांगा, लेकिन उसने नहीं दिया। ऐसे में एक सहयात्री से कंबल मांगना पड़ा।3. 13009 दून एक्सप्रेस के स्लीपर कोच एस 4 में सीट 1 और 8 के बीच की खिड़की का कांच वाला शीशा जाम था। इस कारण यात्री सर्दी से ठिठुर रहे थे। सर्दी से बचने के लिए यात्रियों को खिड़की पर चादर को परदे की तरह बांधना पड़ा।यहां करें शिकायतफोन हेल्पलाइन नंबर- 139ट्विटर– @RailMadad- @RailMinIndia- @drm_lko- @drmljnरिपोर्ट: सुशील कुमार