चीन का ज‍िक्र कर निर्मला सीतारमण ने कर दिया चैलेंज, जल्‍द तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बनाना तय!

तिरुचिरापल्ली: बस कुछ साल का इंतजार है। भारत का वर्ल्‍ड इकॉनमी में तीसरे स्थान पर पहुंचना तय है। फिलहाल वह पांचवें पायदान है। इसमें भी शक नहीं कि अपना देश 2047 तक विकसित राष्ट्र बनेगा। वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह चैलेंज करते हुए चीन से भारत की तुलना करने वालों को भी नसीहत दी है। उन्‍होंने कहा है कि ऐसा करना ठीक नहीं। वहां कुछ ऐसी चीजें हैं जिसको भारत में अमल नहीं किया जा सकता है। सीतारमण ने साफ कहा कि कि चीन में कोई लोकतंत्र नहीं है। इसके उलट भारत में मूल्‍य आधारित व्‍यवस्‍था है। वित्त मंत्री ने शनिवार को कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र का दर्जा हासिल करने के लिए आर्थिक स्वतंत्रता की जरूरत है। उन्होंने भरोसा दिया कि निकट भविष्य में देश विश्व अर्थव्यवस्था में पांचवें स्थान से तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा। भारत की चीन से तुलना करने वालों की आलोचना करते हुए सीतारमण ने कहा कि कुछ चीजें उनसे दोहराई नहीं जा सकती हैं।देश को आर्थिक शक्ति बनना हैसीतारमण ने यहां श्रीमती इंदिरा गांधी कॉलेज में महात्मा गांधी की एक प्रतिमा का अनावरण करने के बाद कहा, ‘भारत को आर्थिक मामलों में आत्मनिर्भरता हासिल करनी चाहिए। देश को एक आर्थिक शक्ति बनना चाहिए। देश वैश्विक रैंकिंग में 10वें स्थान से पांचवें स्थान पर आ गया है। कुछ वर्षों में हम तीसरा स्थान हासिल कर लेंगे।’वित्‍त मंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद विद्यार्थियों से देश की प्रगति में योगदान करने की अपील की। वह बोलीं, ‘आप जैसे विद्यार्थियों के प्रयासों से ही हमारा देश 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बन जाएगा।’चीन की ग्रोथ से तुलना ठीक नहींचीन में आर्थिक ग्रोथ की भारत के साथ तुलना करने के बारे में सीतारमण ने कहा कि ऐसा करना ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि चीन ने विभिन्न कारणों से प्रगति की है। इनका यहां पालन नहीं किया जा सकता है। जैसे, चीन में बिल्कुल भी लोकतंत्र नहीं है। लेकिन, हमारे यहां नागरिक स्वतंत्रता है। बोलने की आजादी है। हमारी मूल्य आधारित व्यवस्था है।