हैदराबाद: ल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। अकसर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले अकबरुद्दीन ने कहा कि हमें न तो चायवाला चाहिए न ही चौकीदार चाहिए। उन्होंने पीएम मोदी को अदाकार बताते हुए कहा कि वह सिर्फ दिखावा करते हैं। कहा था पहले शौचालय बाद में देवालय लेकिन देश में क्या हो रहा है? अकबरुद्दीन ने कहा कि हमें देश का प्रधानमंत्री चाहिए। वह हैदराबाद में मुख्यालय दारुस्सलाम में एआईएमआईएम के 65वें स्थापना दिवस समारोह में बोल रहे थे।असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ने पीएम मोदी का नाम लेते हुए कहा, ‘अपने आप को चौकीदार बोलते हो तो चौकीदारी ही ठीक कर लो। सरहदों की हिफाजत ही ठीक से कर लो। अगर नहीं कर सकते तो हमसे कह दो, हम मुसलमान चले जाएंगे अपने हिंदुस्तान की सरहदों की हिफाजद के लिए अपना सीना पेश कर देंगे। हम अपने आप को चौकीदार नहीं कहेंगे। हम अपने आप को इस मुल्क के वाशिंदे कहेंगे और सरहद पर जाएंगे।”नहीं चाहिए फकीर का थैला’अकबरुद्दीन ने कहा, ‘क्या है बताइए? कभी चायवाले बन जाते हैं तो कभी चौकीदार बन जाते हैं तो कभी फकीर बन जाते हैं। अरे भाई हमें न चाय चाहिए न चाय वाला चाहिए। न चौकीदार चाहिए। हमें चौकीदार की सीटी और चौकीदार की टोपी भी नहीं चाहिए। हमें फकीर का थैला भी नहीं चाहिए। हमें एक ताकतवर वजीरे आजम चाहिए बस यही काफी है।”बस अदाकारी और दिखावा’AIMIM नेता ने कहा, ‘हमें गरीबों के लिए कुछ करने वाला चाहिए। क्या-क्या नहीं बोला, यह भी बोला था कि पहले शौचालय बाद में देवालय हिंदुत्व के ताकतवर पहलवानों तुम्हारे घर के शौचालय बन गए? न शौचालय बने न कुछ बना सिर्फ बातें। घर मिल गए? 15 लाख आ गए? अर्थव्यवस्था? कुछ नहीं हुआ सिर्फ बातें। बेहतरीन अदाकार है, वही अदाकारी वही दिखावा।”नफरत फैला रही बीजेपी’ओवैसी ने कार्यक्रम में अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए कमर कसने को कहा। उन्होंने कहा, तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी बिगुल बज चुका है। उन्होंने कहा कि बीजेपी तेलंगाना में नफरत फैलाने की कोशिश कर रही है, उन्होंने आशा व्यक्त की कि लोग भाजपा को खारिज कर देंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि शांति बनी रहे और राज्य विकास के पथ पर अपनी यात्रा जारी रखे। ओवैसी ने राज्य में शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने के लिए भाजपा नेताओं के बयानों की निंदा की। उन्होंने कहा, लोगों को तय करना चाहिए कि उन्हें संविधान चाहिए या बुलडोजर, उन्हें शांति चाहिए या दमन।