जयपुर: भरतपुर जिले के युवक नासिर-जुनैद हत्याकांड में वांटेड मोनू मानेसर की राजस्थान पुलिस तलाश में जुटी है। उसे इस हत्याकांड के आरोप में ढूंढ रही है। पुलिस उसे फरार बता रही है। लेकिन, पुलिस का मोनू मानेसर में कितना खौफ है, यह उसने एक वीडियो जारी कर बता दिया है। दरअसल सोशल मीडिया पर मोनू मानेसर का एक वीडियो जारी हुआ है, जिसमें वो मेवात इलाके में होने वाली एक महारैली में शामिल होने का सभी को न्योता भेज रहा है। इतना ही नहीं मोनू मानेसर ने कहा कि मैं खुद भी इस रैली में शामिल होगा। मोनू मानेसर भरतपुर जिले के घाटमिका गांव के 2 मुस्लिम युवकों को किडनैप कर बोलेरो में जिंदा जलाने के केस में पिछले 5 महीने से फरार है।जानिए क्या है मोनू मानेसर वीडियो में मोनू मानेसर ने वीडियो में कहा कि ” जय गौमाता, जय श्रीराम, मैं आपका भाई मोनू मानेसर, बजरंग दल प्रांत गौरक्षा प्रमुख, हरियाणा से। सभी भाइयों को बड़ी खुशी के साथ बताया जा रहा है कि 31 जुलाई 2023 दिन सोमवार को मेवात बृजमंडल यात्रा है। सभी भाई बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। मेवात के सभी मंदिरों में जाएं। ज्यादा से ज्यादा संख्या में जाएं। हम खुद यात्रा में शामिल रहेंगे। हमारी पूरी टीम इस यात्रा में शामिल रहेगी।सोशल मीडिया पर राजस्थान पुलिस होने लगी ट्रोल मोनू मानसेर का वीडियो आने के बाद अब लोग सोशल मीडिया पर राजस्थान पुलिस पर लोग सवाल उठा रहे हैं। एक यूजर ने ट्विटर पर मोनू मानेसर का वायरल वीडियो राजस्थान पुलिस को टैग करते हुए लिखा है कि ‘मोनू मानेसर’ नासिर-जुनैद हत्याकांड में आरोपी है ना? शायद ये आपको नहीं मिल रहा है?। वो 31 जुलाई को मेवात आने की बात कर रहा है। मोनू मानेसर में कोई भय, कोई डर नहीं। जानिए क्या है नासिर- जुनैद हत्याकांड दरअसल इसी साल 16 फरवरी को हरियाणा के भिवानी में बोलेरो गाड़ी में 2 जली हुई लाशें मिली थीं। इंवेस्टिगेशन में सामने आया कि ये लाशें राजस्थान के गोपालगढ़ घाटमिका गांव के रहने वाले जुनैद और नासिर की थीं। जांच में पता चला कि उन्हें हरियाणा के कुछ गौरक्षकों ने मिलकर किडनैप किया। फिर जमकर मारपीट करने के बाद थाने ले गए। हालांकि नासिर-जुनैद की हालत खराब होने की वजह से पुलिस ने कस्टडी में लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद आरोपी पकड़े न जाएं, लिहाजा, दोनों को भिवानी के लोहारू में बोलेरो गाड़ी में जिंदा जला दिया। इसमें कई गौरक्षकों के नाम सामने आए थे। जिसमें सबसे प्रमुख नाम मोनू मानेसर उर्फ मोहित यादव का था। हालांकि मोनू ने एक वीडियो जारी कर इनकी हत्या में किसी तरह का हाथ होने से इनकार कर दिया था।इस मामले में परिजनों की ओर से 15 फरवरी को मोनू समेत 5 लोगों के खिलाफ अपहरण की नामजद FIR दर्ज कराई थी। 22 फरवरी को राजस्थान पुलिस ने 8 आरोपियों की फोटो जारी की थी। इसमें मोनू का नाम नहीं था। लेकिन बाद में पुलिस ने अपनी छानबीन के बाद 6 जून को कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में मोनू का नाम शामिल कर दिया इसके बाद से राजस्थान पुलिस के कागजों में मोनू मानेसर फरार बताया जा रहा है और पुलिस तलाश में जुटी है। नेपाल भागने के मिले थे इनपुट मोनू मानेसर राजस्थान पुलिस के जांच में पिछले पांच महीने से फरार चल रहा है। कुछ समय पहले उसके नेपाल भागने का इनपुट मिले थे। उसकी एक कॉल इंटरसेप्ट की गई थी, जिसमें उसने खर्चा मांगा था। उसके साथियों के UP में छिपे होने का भी शक था। राजस्थान पुलिस ने यह इनपुट हरियाणा पुलिस को भी भेजा था। हालांकि पुलिस की गिरफ्त से मोनू मानेसर दूर है।