मोटापे से मुक्ति का ‘नैनो’ ट्रीटमेंट… वैज्ञान‍िकों ने खराब फैट हटाने का ‘नैचुरल’ तरीका खोजा!

नई दिल्ली: मोटापा हर बीमारी की जड़ है। लोग इससे मुक्ति पाने के लिए डाइटिंग, जिम, सर्जरी और दवाओं के साथ तमाम तरह की थिरेपी के पीछे भागते हैं। कुछ लोगों को इससे फायदा होता है तो कई बार सारी मेहनत धरी रह जाती है। कभी-कभी साइड इफेक्‍ट्स भी देखने को मिलते हैं। अनचाहे फैट को हटाने के लिए हमेशा श्‍योर शॉट तरीके की तलाश रही है। मेडिकल साइंस में इसे लेकर दुनियाभर में स्‍टडी जारी हैं। अब इस दिशा में बड़ी उम्‍मीद की किरण दिखी है। वैज्ञान‍िकों ने मोटापा दूर करने का ‘नैनो’ तरीका खोजा है। इस तरीके में बिना सर्जरी मुटापे को दूर भगाया जा सकता है। वो भी ज्‍यादा सुरक्षि‍त और नैचुरल तरीके से। दरअसल, वैज्ञानिकों ने एक नैनोमैटीरियल खोज लिया है। यह बैड फैट हटाने में मदद करता है। अभी चूहों पर इस तरीके को अपनाया गया है। इसके शानदार नतीजे सामने आए हैं। कोलंबिया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों को मोटापा दूर करने की दिशा में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। उन्‍होंने पॉजिटिवली चार्ज्ड मैनोमटीरियल खोजा है। इसका नाम पी-जी3 है। यह निगेटिवली चार्ज फैट कोशिकाओं के साथ संपर्क में आता है। इसके कारण बिना किसी सर्जरी के बॉडी फैट हटाने का रास्‍ता खुल सकता है। बैड फैट सेल्‍स को वैज्ञानिक भाषा में एडिपोसाइट्स कहते हैं। ये स्‍टोर फैट के तौर पर एनर्जी लेते हैं। इन्‍हें लिपिड कहते हैं। जेनेटिक बदलाव के कारण ये मोटापे को तेजी से बढ़ाने लगते हैं। सामान्‍य वजन वाले व्‍यक्ति में मौजूद फैट सेल के यह उलट होता है। हर एक के शरीर में फैट सेल्‍स होते हैं। एक्‍सपेरिमेंट की धुरी में एक चीज कोलंबिया के वैज्ञानिकों के पूरे एक्‍सपेरिमेंट की धुरी में एक चीज है। लिपिड के जेनेटिक बदलाव को रोकना। उन्‍होंने सोचा था कि निगेटिवली चार्ज होने के कारण फैट सेल पी-जी3 नैनोमटीरियल के लिए ट्रांसपोर्टर के तौर पर काम करेगा। लेकिन, वे चौंक गए। उन्‍होंने पाया कि इसने एडिपोसाइट्स के लिपिड स्‍टोर करने के काम को रोक दिया। हालांकि, इसने सेल के दूसरे कामों में कोई हस्‍तक्षेप नहीं किया। जिस मोटे चूहे को पी-जी3 इंजेक्‍शन दिया गया था, उसके एडिपोसाइट्स ज्‍यादा हेल्‍थी फैट सेल्‍स में बदल गए। ये कुछ वैसे ही थे जैसे नवजात बच्‍चों या एथलीट्स में होते हैं। अध्‍ययन से उम्‍मीद की बड़ी क‍िरण इस शोध के ऑथर कैम लियॉन्‍ग कहते हैं कि पी-जी3 के साथ फैट सेल बने रहते हैं, लेकिन ग्रो नहीं करते हैं। इस अध्‍ययन ने उम्‍मीद की बड़ी किरण जगाई है। यह नैनोमटीरियल से मोटापे को दूर करने का नया और अनूठा तरीका साबित हो सकता है। इसके जरिये शरीर के किसी भी अंग से टारगेट करके फैट को कम किया जा सकता है। यह काम फैट सेल को खत्‍म किए बगैर ज्‍यादा सुरक्षित तरीके से संभव है। यह मोटापे के इलाज में बड़ा कदम है।