भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस, दोनों ही दलों ने सोमवार को नागपुर की 361 ग्राम पंचायतों में अधिकांश सीटों पर जीत हासिल करने का दावा किया।
भाजपा नागपुर ग्रामीण के अध्यक्ष सुधाकर कोहाले ने एक विज्ञप्ति में कहा कि उनकी पार्टी ने 361 ग्राम पंचायतों में 238 सरपंच पदों पर जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस ने कहा कि महा विकास आघाडी (एमवीए) ने 223 पदों पर जीत हासिल की।
ये चुनाव पार्टी चिह्नों पर नहीं लड़े जाते, हालांकि सभी संगठन पैनल और उम्मीदवारों का समर्थन करते हैं।
पूर्व मंत्री और कांग्रेस की नागपुर ग्रामीण इकाई के अध्यक्ष राजेंद्र मूलक ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि उनकी पार्टी ने अपने सभी उम्मीदवारों के नामांकन स्वीकार होने, चुनाव चिह्न आवंटित होने और पैनल बनने के बाद उनकी घोषणा कर दी थी।
उन्होंने कहा, एमवीए ने सरपंच के 223 पद जीते हैं, जिनमें कांग्रेस के 137, शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के 82 और शिवसेना (यूबीटी) के दो सरपंच शामिल हैं।
मूलक ने दावा किया कि भाजपा ने 104 सीटें जीती हैं, जबकि उसके सहयोगी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 10 और अजित पवार नीत राकांपा ने एक सीट पर जीत हासिल की है।
इस बीच, भाजपा ने दावा कि उसके आंकड़े सही हैं, क्योंकि उसने नामांकन दाखिल करने से पहले उम्मीदवारों से ‘‘संबद्धता का प्रमाणपत्र’’ ले लिया था।
नतीजों की घोषणा के बाद जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर नरखेड तहसील के घोगरा गांव में भाजपा और शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘राजनीतिक कार्यकर्ताओं के जुलूस के दौरान झड़प शुरू हुई। यह मामूली घटना थी और इसे तुरंत नियंत्रित कर लिया गया।