रेकी, गाड़ी को घेर ताबड़तोड़ फायरिंग… सिद्धू मूसेवाला स्टाइल में की गई नफे सिंह राठी की हत्या

बहादुरगढ़: हरियाणा के बहादुरगढ़ में आईएनएलडी के प्रदेश अध्या ने पंजाब सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड को ताजा कर दिया है। जिस तरह सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुई थी ठीक उसी प्रकार बदमाशों ने नफे सिंह राठी को मौत को घाट उतार दिया। सिद्धू मूसेवाला की हत्या की भी ठीक इसी अंदाज से की गई थी। सिद्धू मूसेवाला की गाड़ियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी जिसमे उसकी मौत हो गई थी। वहीं नफे सिंह राठी की गाड़ी पर भी ताबड़तोड़ फायरिंग कर उनकी हत्या को अंजाम दिया गया। इस हत्याकांड में कई घंटे बीत जाने का बाद भी पुलिस के हाथ अभी तक खाली है।कैसे की गई नफे सिंह राठी की हत्याजानकारी के अनुसार नफे सिंह राठी अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी में सवार होकर बहादुरगढ़ की तरफ आ रहे थे। इस दौरान सफेद रंग की आई-10 गाड़ी में सवार पांच बदमाशों ने उनकी गाड़ी पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। मौके पर दो दर्जन से ज्यादा फायरिंग की गई है। फायरिंग इतनी जबरदस्ती की गाड़ी के शीशे और गाड़ी की लोहे की बॉडी को पार कर गोलियां अंदर बैठे नफे सिंह राठी और अन्य लोगों को जा लगी। बताया जा रहा है कि नफेसिंह राठी की गर्दन पर दो गोलियां लगी। इतना ही नहीं उनकी कमर और अन्य जगहों पर भी गोलियों के निशान बताएं गए हैं । फॉर्च्यूनर गाड़ी पर भी गोलियों के कई निशान साफ तौर से देखे जा सकते हैं।वारदात को अंजाम देकर हमलावर फरारनफे सिंह राठी की हत्या को अंजाम देकर हमलावर बड़ी ही आसानी से मौके से फरार हो गए। इमले में नफे सिंह राठी के साथ उनके एक सुरक्षाकर्मी की भी जान चली गई। जिस समय उन पर हमला किया गया तो गाड़ी में 5 लोग सवार थे। नफे सिंह ड्राइवर के साथ आगे वाली सीट पर बैठे थे। शाम करीब पांच बजे उनकी गाड़ी पर हमला किया गया। बराही रेलवे फाटक पर हमलावरों ने इस वारदा को अंजाम दिया।पुलिस के हाथ अभी भी खालीघायलों को तुरंत बहादुरगढ़ के ब्रह्म शक्ति संजीवनी अस्पताल लाया गया। जहां इनेलो प्रदेश अध्यक्ष एवं बहादुरगढ़ से पूर्व में दो बार विधायक रहे नफे सिंह राठी को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं उनके समर्थक जयकिशन दलाल मांडौठी की भी मोके पर ही मौत हो गई। वहीं उनके ड्राइवर और सुरक्षा कर्मी को भी कई गोलियां लगी हैं। उनकी हालत भी कभी गम्भीर बनी हुई है। घटना की सूचना मिलते ही झज्जर जिले के एसपी अर्पित जैन मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू करवाई गई। लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक खाली है।22 फरवरी को मनाया था जन्मदिन22 फरवरी को इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी का जन्मदिन था। चार दिन पहले अपने परिवार और समर्थकों के साथ जन्मदिन मनाया। लेकिन किसी को भी ये अहसास नही था कि ये उनका आखिरी जन्मदिन होने वाला है। पिता को खोने से बदहवास बेटे ने रोते हुए कहा कि उन्हे नही पता था कि उनके पिता के साथ उनका ये आखिरी जन्मदिन होगा। उन्होंने कहा कि आज बहादुरगढ़ ने अपना रखवाला खो दिया है। जितेन्द्र राठी ने कहा कि पिछले 6-7 महीने से उन्हे हमले का इनपुट मिल रहा था। उन्होंने पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग भी की थी लेकिन उन्हे सुरक्षा नही दी गई। जितेन्द्र ने कहा कि उनके पिता ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल से मिलकर भी सुरक्षा देने के लिए बात की थी लेकिन उन्होंने भी उन्हे सुरक्षा मुहैया नहीं करवाई। जितेन्द्र ने उनके पिता की हत्या के लिए जिम्मेदारों लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज करवाने की बात भी कही है।