आपबीती: शिफ्ट खत्म होने वाली थी तभी तेज झटकों ने डरा दिया, पैर कांपने लगे

नई दिल्ली: रात के तकरीबन 11:30 बज रहे थे। नोएडा में ऑनलाइन मीट पर जुड़कर हम सभी साथी काम कर रहे थे तभी अचानक कुछ ऐसा हुआ कि सब सहम गए। देखा तो पंखे से से लेकर झालर तक हिल रही थी। तभी सोसायटी वाले चिल्लाने लगे भूकंप-भूकंप। जबतक कुछ समझ पाते हम सभी साथियों के घरों के पंखे और लाइटें भी हिलने लगीं। 5-10 सेकेंड नहीं बल्कि कई मिनट तक। कुर्सी पर बैठे-बैठे पैर भी हिल रहे थे। आधी रात आए इन झटकों ने सबको अंदर से हिला दिया। यह कहानी नोएडा सेक्टर -137 की एक सोसायटी नहीं बल्कि दिल्ली, यूपी की राजधानी लखनऊ, बिहार की राजधानी पटना और कानपुर के साथ बाकी शहरों का भी था। झटके शांत होने के बाद भी लोग कुछ देर तक बाहर ही रहे।लगा जैसे सब घूम रहा थानोएडा सेक्टर-137 की पारस टिएरा सोसायटी में रहने वाले लोगों ने बताया कि शनिवार और रविवार को छुट्टी है सो हम सब बैठकर टीवी और मोबाइल पर बिजी थे। तभी हमें कुछ हिलता हुआ प्रतीत हुआ। कुछ सेकेंड के बाद समझ आया कि ये तो भूकंप है। हम सबकुछ छोड़कर बाहर भाग गए। घर के खिड़की-दरवाजे से लेकर लगा मानो पूरा घर हिल रहा है। काफी देर तक हमने नीचे ही वेट किया। उन्होंने बताया कि भूकंप के शांत हो जाने के बाद भी हम लोगों ने नीचे रहना जरूरी समझा।लगा जैसे मुझे चक्कर आ रहे हैं नोएडा में रहने वाले तुषार ने वीडियो में बताया कि भूकंप कितना भयानक था। तुषार ने बताया कि मैं टीवी देख रहा था और अचानक मुझे थोड़ा चक्कर आया। फिर मैंने टीवी पर भूकंप के बारे में देखा और अचानक मैं अपने घर से बाहर आ गया। बता दें कि भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई और केंद्र नेपाल में था। ऑफ्टरशॉक भी आए जिससे लोग रातभर डर में रहे। पटना के निवासी ने बताया कि मैं बिस्तर पर लेटा हुआ था और यह हिलने लगा और मैंने देखा कि छत का पंखा भी हिल रहा है इसलिए मैं अपने घर से बाहर आया।भूकंप के कारण बाहर बहुत शोर हो रहा था…दिल्ली की रहने वाली आरती ने निजी अनुभव साझा करते हुए बताया कि मैं बिस्तर पर लेटी हुई थी और बिस्तर हिलने लगा, मैंने अपनी बहन को बुलाया जो मेरे बगल में सो रही थी।जब हम बालकनी में गए, तो बाहर से बहुत शोर आ रहा था। दिल्ली की एक और निवासी ने बताया कि कुछ समय बाद मुझे एहसास हुआ कि क्या हो रहा है।