बाराबंकी: उत्तर प्रदेश की राजधानी ने ‘दृश्यम 2’ मूवी देख कर किडनैप और मर्डर की साजिश करने वाले शातिर आरोपी सहित चार को अरेस्ट किया है। फिल्म के तर्ज पर सबूत मिटाने के लिए आरोपी ने महिला का गला रेत कर जंगल में फेंक दिया और घटना में प्रयुक्त कार की नकली नंबर प्लेट और वारदात के शामिल सभी आरोपियों के मोबाइल फोन स्विच ऑफ करा दिया। सनसनी खेज वारदात को आरोपी जीजा ने अपनी साली की करोड़ों की संपत्ति हासिल करने के लिए साथियों के साथ अपहरण और मर्डर की साजिश रची थी। बाराबंकी निवासी आरोपी संतोष ने वारदात को अंजाम देने के लिए ” मूवी को दस बार देखा था। ब्लाइंड खुलासे पर डीसीपी पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया है। पुलिस के अनुसार, लखनऊ में होटल संचालिका नीलम सैनी की संपत्ति हड़पने के लिए उसके बहनोई संतोष ने अपने मित्र शुभम यादव, आसिफ अंसारी, आसमा बानो के साथ मिल कर 5 नवंबर को पारा इलाके से उसको इनोवा कार में अगवा कर लिया। हत्या करने की नियत से पहले गला दबा कर मारने की कोशिश की जब वह नही मरी तो ब्लेड से गला रेत कर मोहनलालगंज के जंगल में फेंक दिया था। बुधवार पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया है। इनोवा के टूटे व्हील कवर से आरोपियों तक पहुंची पुलिसडीसीपी राहुल राज ने बताया कि घटना के सफल अनावरण के लिए पुलिस की नौ टीमें लगातार नौ दिन लगी रही। इसमें संभावित रूट के 1900 सीसीटीवी कैमरे खंगाले। इस दौरान घटनास्थल पर एक घंटे के भीतर 10 इनोवा आती नजर आई। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त ग्रे रंग की इनोवा के बारे में छानबीन की तो उसका नंबर फर्जी निकला। उसके वाद संभावित रूट से गुजरने वाली हरे रंग की 200 इनोवा चेक की गईं। उनमें दस इनोवा को टूटी वील से चिह्नित किया गया। उनके मालिकों के बारे में छानवीन की। अपहरण में इस्तेमाल की गई इनोवा की पिछले पहिए के वील टूटी थी। उसी टूटी वील के जरिए पुलिस आरोपी शुभम तक पहुंच गई। शुभम ने पूछताछ में बताया कि संतोष ने 25 हजार रुपये उसे दिए थे और 10 लाख देने का वादा किया था। उसी ने गाड़ी की नंबर प्लेट बदलवाई थी।डीसीपी साउथ राहुल राज ने बताया कि नीलम दो सगी बहनें हैं। पति से अनबन के चलते वह माता-पिता के पास बच्चों संग रहती है। उसके बहनोई मूलरूप से बाराबंकी जिले में रामनगर के निवासी संतोष ने ही उसके पति से उसकी अनबन करवाई थी। इसके अलावा नीलम के माता पिता ने उन्नाव में स्थित एक प्लॉट को छोड़कर सारी संपत्ति नीलम के नाम कर दी है। संतोष इस प्लॉट को हासिल करना चाहता था। नीलम की हत्या कर सारी संपत्ति भी बटोरने की तैयारी में था, इसीलिए उसने करीब चार माह पहले ही नीलम को अगवा कर उसकी हत्या करने की योजना बनाई थी।आरोपी ने 10 बार देखी ‘दृश्यम 2’ मूवी पुलिस पूछताछ में आरोपी संतोष ने बताया कि घटना के सारे सबूत और सुराग मिटाने के लिए दृष्यम-2 फिल्म बार बार देखी, जिसको देखकर ही सबके मोबाइल फोन बंद करवा दिए थे। अपना फोन उन्नाव भिजवा दिया था। हैदरगंज तिराहे पर ग्रे रंग की इनोवा का नंबर नोट कर लिया था। आरिफ उर्फ मुन्नू से उसने ग्रे रंग की इनोवा तलाश करवाई जो शुभम के पास मिली। उसी इनोवा कार में फर्जी नंबर लगाकर नीलम को अगवा किया गया था।अगवा करने के बाद रेता गला, मरा समझ कर जंगल में फेंकाएडीसीपी चिरंजीवी सिन्हा के अनुसार पारा के फतेहगंज निवासी नीलम सैनी को पांच नवंबर को इनोवा सवार बदमाशों ने तंत्र-मंत्र करवाने के बहाने एक महिला की मदद से अगवा कर लिया था। छह नवंबर को वह मोहनलालगंज इलाके में लहूलुहान हालत में मिली थी। जिसका गला रेत कर उसे फेंक दिया गया था। नीलम को पीजीआई के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया था। होश आने पर नीलम ने पुलिस को बताया कि आसमां नाम की महिला उसे तंत्र-मंत्र के लिए ग्रे रंग की इनोवा में बैठाकर साथ ले गई थी। इनोवा में आसमां के अलावा ड्राइवर था। बुद्धेश्वर चौराहे के पास ड्राइवर ने उसे जूस पिलाया था, उसे होश आया तो वह ईंट भट्टे के पास पड़ी थी और गले से खून निकल रहा था। पास में जल रहे अलाव देख वह उसके पास जाकर बैठ गई थी। इसके अलावा उसे कुछ याद नहीं। एडीसीपी ने बताया कि मामले में नीलम की गुमशुदगी पारा थाने दर्ज की गई थी। आरोपी जीजा संतोष कुमार सैनी उर्फ मंत्री, शुभम यादव, आसिफ अंसारी उर्फ मुन्नू को गिरफ्तार कर इनोवा कार व गला रेतने में इस्तेमाल ब्लेड बरामद किया गया है।