सांसद दानिश अली ने ‘Hate Speech’ के खिलाफ कानून की मांग लोकसभा में उठाई

नयी दिल्ली।  लोकसभा सदस्य दानिश अली ने बृहस्पतिवार को सदन में सरकार से आग्रह किया कि देश में नफरत भरे बोल (हेट स्पीच) पर लगाम लगाने के लिए कानून बनाया जाए। उन्होंने सदन में शून्यकाल के दौरान यह मांग उठाई। बसपा से निलंबित लोकसभा सदस्य अली ने कहा, ‘‘नफरत भरे भाषणों से माहौल खराब हो रहा है। इस पर कानून बनाया जाए।’’ उनका कहना था कि संविधान निर्माताओं ने कभी नहीं सोचा था कि देश में यह स्थिति पैदा होगी। भाजपा सदस्य संघमित्र मौर्या ने सरकार से आग्रह किया कि ज्योतिबा फुले को ‘भारत रत्न’ (मरणोपरांत) सम्मान दिया जाए। उन्होंने यह भी कहा, ‘‘सावित्रीबाई फुले की जयंती को महिला शिक्षिका दिवस के रूप में मनाया जाए।’’ कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने पंजाब के कश्मीर में दो लोगों की हत्या का मामला उठाया और कहा कि पीड़ित परिवारों को सहायता दी जाए। कांग्रेस सदस्य कार्ति चिदंबरम ने आवारा कुत्तों की समस्या का विषय उठाया। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि इस समस्या से निपटने के लिए राष्ट्रीय कार्य बल का गठन किया जाए और इसके लिए उचित धन मुहैया कराया जाए। तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां रूही ने मनरेगा के तहत पश्चिम बंगाल के बकाये का मुद्दा उठाया और केंद्र सरकार से आग्रह किया कि राज्य के लिए राशि तत्काल जारी की जाए। तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने भी यह मांग उठाई कि पश्चिम बंगाल को मनरेगा की बकाया राशि जारी की जाए। बसपा के मलूक नागर, कांग्रेस बेनी बेहनन और कई अन्य सदस्यों ने शून्यकाल के दौरान लोक महत्व के अलग-अलग मुद्दे उठाए।