जब उन्हें राक्षसों का सामना करना पड़ा था…. BJP नेताओं में मोदी ने भरा ‘हनुमान’ वाला जोश

नई दिल्ली: भारत हनुमान जी की तरह शक्तिशाली है, लेकिन 2014 से पहले उसे अपने समार्थ्य का अहसास ही नहीं था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 44वें स्थापना दिवस पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज भारत अपनी ताकत जानता है, पहचानता है। प्रधानमंत्री ने हनुमान जयंती और बीजेपी के स्थापना दिवस के संयोग से ऐसा चित्र उकेरा कि भाजपा कार्यकर्ताओं के दिल बाग-बाग हो गए। उन्होंने बजरंगबलि की शक्तियों की याद दिलाकर कहा कि भारत भी वही हनुमान है जिसे 2014 से पहले अपनी ताकत का आभास ही नहीं था। आज भारत अपने शक्तियों को पहचानकर सफलता को सीढ़ियां चढ़ रहा है। उन्होंने हनुमान जी के जीवन चरित को भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी सरकार के अभियान से भी जोड़ दिया। पीएम ने कहा कि भ्रष्टाचारियों की तुलना राक्षसों से करते हुए कहा कि हनुमान वक्त पड़ने पर उतने ही कठोर भी हो जाते थे। भ्रष्टाचारियों को राक्षस बता दिया बड़ा संदेशप्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार, परिवारवाद जैसी बुराइयों से देश को मुक्ति दिलाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा कि देश को लूटने वालों के खिलाफ जितना भी कठोर होने की जरूरत पड़े, होना चाहिए और होंगे। उन्होंने कहा, ‘हनुमान जी की एक और बात से प्रेरणा मिलती रहती है हमें। जब हनुमान जी को राक्षसों का सामना करना पड़ा था, तब वो उतने ही कठोर भी हो गए थे। इसी तरह जब भ्रष्टाचार की बात आती है, परिवारवाद की बात आती है, कानून-व्यवस्था की बात आती है तो भाजपा उतनी ही संकल्पबद्ध हो जाती है- मां भारती को इन बुराइयों से मुक्ति दिलाने के लिए। कठोर होना पड़े तो कठोर भी हों।’ आज भारत समंदर जैसी चुनौतियों से निपट रहा है: पीएमप्रधानमंत्री ने वर्चुअल संबोधन में कहा, ‘हनुमान जी के पास असीम शक्ति है, लेकिन इस शक्ति का इस्तेमाल वो तभी कर पाते हैं जब स्वयं पर से उनका संदेह समाप्त होता है। 2014 से पहले भारत की भी तो यही स्थिति थी। अथाह समार्थ्य से भरपूर, लेकिन संदेहों से घिरा हुआ देश का नागरिक। आज भारत उस बजरंगबलि की महाशक्ति की तरह अपने अंदर सुप्त शक्तियों का आभास कर चुका है।’ पीएम ने कहा कि आज का भारत बड़ी से बड़ी और कठिन से कठिन चुनौतियों से घबराता नहीं बल्कि उसका सामना करता है और उन चुनौतियों पर विजय पाता है। मोदी ने कहा, ‘आज भारत समंदर जैसी विशाल चुनौतियों को पार करने, उनका मुकाबला करने में पहले से कहीं ज्यादा सक्षम है।’ भाजपा भी हनुमान की तरह अपने लिए कुछ नहीं करता: मोदीपीएम ने दावा किया कि भाजपा कार्यकर्ता भी हनुमान जी के जीवन-आदर्शों से ही प्रेरित होकर काम करते हैं। उन्होंने कहा कि एक-एक बीजेपी कार्यकर्ता के लिए राष्ट्र सर्वोपरि है, इसलिए वो राष्ट्र के लिए सबकुछ करते हैं और अपने लिए कुछ नहीं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हनुमान जी के ऐसे ही गुणों से हम सभी भाजपा कार्यकर्ता, हमारी पार्टी प्रेरणा पाते हैं। हनुमान जी सबकुछ कर सकते हैं, सबके लिए करते हैं, लेकिन अपने लिए कुछ नहीं करते। इदम् रामाय, इदम नमम। यही तो भाजपा की प्रेरण है। इदम राष्ट्राय, इदम नमम।’ मोदी ने आगे कहा, ‘हमारे लिए बहुत बड़ी प्रेरणा क्या है- आज की आधुनिक परिभाषा में जिन बातों का बार-बार जिक्र किया जाता है। वो है- कैन डू एटिट्यूड। अगर हनुमान जी का पूरा जीवन देखें तो डगर-डगर पर, पल-पल हनुमान जी के भीतर की कैन डू एटिट्यूट, कैन डू संकल्पशक्ति उनको हर प्रकार की सफलता लाने में बहुत बड़ी भूमिका अदा करती है। कहा भी गया है- कवन सो काज कठिन जग मांही, जो नहीं होई तात तुम्हीं पाई। यानी, ऐसा कोई भी काम नहीं है जो पवन पुत्र हनुमान कर नहीं सकते।’ प्रधानमंत्री ने संबोधन की शुरुआत में कहा कि भारत की सफलता में हनुमान जी का आशीर्वाद भी प्राप्त है। उन्होंने कहा, ‘आज हम देश के कोने-कोने में भगवान हनुान जी की जयंती मना रहे हैं। बजरंगबलि के नाम का घोष चारों तरफ गूंजा रहा है। हनुमान जी का जीवन, उनके जीवन के प्रमुख प्रसंग आज भी हमें भारत की विकास यात्रा में प्रेरणा देते हैं, पुरुषार्थ के लिए प्रेरित करते हैं और हमारी सफलता में कहीं-कहीं उन महान शक्ति के आशीर्वाद प्रतिबिंबित होते हैं।’