भारोत्तोलन विश्व चैम्पियनशिप में भारतीय अभियान की अगुआई करेंगी मीराबाई, चोटिल जेरेमी बाहर

जेरेमी लालरिनुंगा चोटिल होने के कारण अगले महीने होने वाली 2022 भारोत्तोलन विश्व चैम्पियनशिप में हिस्सा नहीं ले पायेंगे जिसमें भारत की चार सदस्यीय टीम की अगुआई ओलंपिक रजत पदक विजेता मीराबाई चानू करेंगी।
भारत के पहले युवा ओलंपिक चैम्पियन जेरेमी जुलाई में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक विजयी अभियान के दौरान चोटिल हो गये थे।
मिजोरम का यह 20 साल का खिलाड़ी जांघ और हैमस्ट्रिंग चोट से उबर नहीं सका है। वह अक्टूबर में एशियाई चैम्पियनशिप में भी नहीं खेल पाया था।
भारतीय मुख्य कोच विजय शर्मा ने पीटीआई से कहा, ‘‘जेरेमी अब भी राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान लगी चोट से उबर रहे हैं इसलिये वह इस विश्व चैम्पियनशिप में हिस्सा नहीं लेंगे। ’’
शर्मा ने कहा, ‘‘राष्ट्रमंडल खेलों की टीम के कई भारोत्तोलक चोटों से उबर रहे हैं इसलिये हमने चार फिट भारोत्तोलकों को चुना है। ’’
राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता संकेत सागर को कोहनी की चोट लग गयी थी जिसकी तभी सर्जरी करायी गयी थी, वह भी पांच से 16 दिसंबर तक कोलंबिया के बोगोटा में होने वाली चैम्पियनशिप में नहीं खेल पायेंगे।
पूर्व विश्व चैम्पियन चानू राष्ट्रमंडल खेलों में अपना तीसरा पदक और दूसरा स्वर्ण पदक जीतने के बाद पहली बार खेलेंगी। चार सदस्यीय टीम में 73 किग्रा के राष्ट्रमंडल खेलों के चैम्पियन अचिंता शेयुली, रजत पदक विजेता बिंदियारानी देवी और कांस्य पदक विजेता गुरदीप सिंह शामिल हैं।
ये चारों भारोत्तोलक इस समय कोच शर्मा के साथ अमेरिका के सेंट लुई में हैं। भारतीय दल एक दिसंबर को बोगोटा के लिये रवाना होगा।
विश्व चैम्पियनशिप 2024 पेरिस ओलंपिक के लिये पहला क्वालीफाइंग टूर्नामेंट है। हालांकि यह एक अतिरिक्त टूर्नामेंट है जो अनिवार्य नहीं है।इसे भी पढ़ें: FIFA World Cup 2022 के लिए पीले और लाल कार्ड, जानें क्या हैं इस बार के नियमएक भारोत्तोलक को 2024 ओलंपिक क्वालीफिकेशन नियम के अतंर्गत 2023 विश्व चैम्पियनशिप और 2024 विश्व कप में भाग लेना अनिवार्य होता है। इनके अलावा भारोत्तोलक को तीन अन्य प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना होता है।
टीम इस प्रकार है :
मीराबाई चानू (49 किग्रा), बिंदियारानी देवी (59 किग्रा), अचिंता शेयुली (73 किग्रा) और गुरदीप सिंह (+109 किग्रा)।