उत्तर प्रदेश के संभल में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच समिति के सदस्य पहुंच गए हैं, जहां 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद सर्वेक्षण के दौरान हिंसा हुई थी। घटना स्थल का दौरा करने के बाद यह टीम मस्जिद के अंदर भी गई। इस दौरान समिति के साथ बड़ी संख्या में सुरक्षाबल देखे गए। पूरे इलाके में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (गृह) दीपक कुमार की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, संभल हिंसा के लिए गठित जांच आयोग के अध्यक्ष इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति देवेन्द्र कुमार अरोड़ा हैं, जबकि अन्य सदस्यों में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अमित मोहन प्रसाद और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी अरविंद कुमार जैन शामिल हैं।न्यायिक जांच आयोग इन बिंदुओं की करेगा जांचकिन वजहों से और किन हालात में हिंसा हुई? क्या हिंसा किसी साजिश के तहत सुनियोजित थी? क्या पुलिस सुरक्षा के प्रबंध ठीक थे? आगे भविष्य में ऐसी घटना न घटे इसके लिए उपाय क्या हो सकते हैं।संभल में कोट गर्वी क्षेत्र में शहर की शाही जामा मस्जिद के अदालत के आदेश पर किए गए सर्वेक्षण को लेकर टकराव के बाद 5 लोगों की मौत हो गई थी और पुलिसकर्मियों समेत करीब 25 लोग घायल हो गए थे। पुलिस पर आरोप लगा था कि उसने भीड़ पर फायरिंग की, जिसमें पांच लोगों की जान चली गई। एक याचिका में दावा किया गया है कि उस स्थान पर एक समय हरिहर नाथ मंदिर था।