शाइस्ता परवीन पर बड़ा फैसला ले सकती हैं मायावती, प्रयागराज में मेयर पद को लेकर बसपा में मंथन

लखनऊ: अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन प्रयागराज से बसपा की मेयर प्रत्याशी होंगी या नहीं? इसको लेकर बसपा में मंथन चल रहा है। इस पर बसपा प्रमुख मायावती ही अंतिम निर्णय लेंगी। वह रविवार को लखनऊ में प्रदेशभर के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगी। इस बैठक में ही पार्टी के मेयर प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा होगी और वह शाइस्ता परवीन को लेकर भी कोई निर्णय ले सकती हैं। दरअसल, प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के बाद से शाइस्ता परवीन को लेकर पार्टी के भीतर ही सवाल उठ रहे हैं। पिछले दिनों पार्टी के एक धड़े की ओर से शाइस्ता परवीन का टिकट काटे जाने की बात लीक कर दी गई। इसके बाद से पार्टी के भीतर राजनीति गरमाई। इस मामले को देखते हुए मायावती की अध्यक्षता में रविवार को होने वाली पार्टी की बैठक को अहम माना जा रहा है।अब तक शाइस्ता के साथ दिखी बसपाशाइस्ता परवीन ने जनवरी में प्रयागराज में बसपा जॉइन की थी। वहां उनको मेयर प्रत्याशी के तौर पर भी पेश किया गया। उसके बाद उमेश पाल की हत्या होने पर अतीक के परिवार पर शिकंजा कसने लगा। इसके बावजूद बसपा ने उनकी पत्नी शाइस्ता को पार्टी से नहीं निकाला। अभी तक बसपा शाइस्ता के साथ ही खड़ी दिखी है। पहले मायावती ने कहा था कि दोषी पाए जाने पर उनको निष्कासित किया जाएगा। उसके बाद दो अन्य ट्वीट में इस मुद्दे पर यूपी की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए। पार्टी के राष्ट्रीय को-ऑर्डिनेटर आकाश आनंद ने भी सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा सरकार में अपराध में कमी तो नहीं आ रही लेकिन अपराध खत्म करने के नाम पर परिवार वालों को परेशान किया जा रहा है। चाहे वह खुशी दुबे हों या फिर शाइस्ता परवीन।बैठक में लिए जाएंगे कई अहम फैसलेअब शाइस्ता पर भी पुलिस की ओर से इनाम घोषित हो चुका है। इस बीच प्रयागराज के जोनल इंचार्ज ने बयान दे दिया कि शाइस्ता परवीन मेयर पद की प्रत्याशी नहीं हैं। वहीं, जिला अध्यक्ष का कहना है कि शाइस्ता को मेयर की संभावित प्रत्याशी के तौर पर लाया गया था लेकिन इस बारे में निर्णय पार्टी प्रमुख मायावती ही करेंगी। रविवार को होने वाली बैठक में बदले आरक्षण को ध्यान में रखकर मेयर प्रत्याशियों के चयन, संगठन और आगे की चुनावी रणनीति पर भी विचार किया जाएगा। वहीं 14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती कार्यक्रम की तैयारियों पर चर्चा होगी।