नई दिल्ली: वित्त मंत्री ने महिलाओं के लिए नई बचत स्कीम का ऐलान किया है। इसका नाम महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र (Mahila Samman Saving Certificate) है। यह वन-टाइम सेविंग स्कीम है। इस योजना में दो साल के लिए 7.5 फीसदी तय ब्याज मिलेगा। महिला या लड़की के नाम से यह डिपॉजिट किया जा सकता है। इसके लिए अधिकतम जमा राशि 2 लाख रुपये तय की गई है। स्कीम में बीच में कुछ पैसा निकालने की भी सुविधा है। नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), किसान विकास पत्र और अन्य पोस्ट ऑफिस सेविंग्स डिपॉजिट से तुलना करें तो पर मिलने वाला ब्याज बेहद आकर्षक है। स्कीम में सिर्फ एक ही कमी दिखती है। निवेश के लिए दो लाख रुपये की सीमा काफी कम है। इस पर मिलने वाला ब्याज टैक्स फ्री होगा, यह भी अब तक साफ नहीं है। निश्चित तौर पर सरकार अभी इसे लेकर और चीजों को स्पष्ट करेगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को महिला सम्मान बचत पत्र (MSSC) की घोषणा की है। सीतारमण के अनुसार, महिलाओं के लिए नई बचत स्कीम में 7.5 फीसदी की निश्चित दर से ब्याज मिलेगा। यानी यह फिक्स्ड टर्म सेविंग इंस्ट्रूमेंट है। ऐसे में इसमें निवेश करने का फैसला अन्य छोटी बचत स्कीमों में तुलना करके लिया जा सकता है। स्कीम के तहत किसी महिला या लड़की के नाम दो साल के लिए डिपॉजिट किया जा सकता है। इसमें पॉर्शियल विदड्रॉल का भी ऑप्शन है। महिलाओं के लिए शुरू की गई यह छोटी बचत स्कीम एक बारगी के लिए है। इसमें 2 साल के लिए 2025 तक निवेश किया जा सकेगा। आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष में इस स्कीम का ऐलान किया गया है। इसमें 2 लाख रुपये तक डिपॉजिट की सुविधा है।
कैसा है ब्याज? जहां तक स्कीम पर मिलने वाले ब्याज का सवाल है तो वह निश्चित रूप से बेहतरीन है। इसकी तुलना पोस्ट ऑफिस सेविंग्स स्कीमों से करने पर यह साफ हो जाता है। अभी पोस्ट ऑफिस के एक साल के टर्म डिपॉजिट पर 6.6 फीसदी ब्याज मिलता है। दो साल की एफडी पर यह 6.8 फीदी है। तीन साल के लिए 6.9 और पांच साल के लिए यह 7 फीसदी है। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट, पीपीएफ और किसान विकास पत्र से भी इसका ब्याज ज्यादा है। एनएससी पर 7 फीसदी, पीपीएफ स्कीम पर 7.1 फीसदी और किसान विकास पत्र पर 7.2 फीसदी ब्याज मिलता है। हालांकि, सुकन्या समृद्धि और सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम से इसका ब्याज कम है। एससीएसएस पर 8 फीसदी और सुकन्या पर 7.6 फीसदी ब्याज मिलता है। स्कीम का एक जो सबसे बड़ा ड्रॉबैक अभी दिख रहा है, वह है इनवेस्टमेंट अमाउंट। 2 लाख रुपये की इनवेस्टमेंट अमाउंट की सीमा बहुत कम है। आगे चलकर स्कीम की लोकप्रियता को देखते हुए सरकार को इसे बढ़ाने पर विचार करना चाहिए।
बचत इंस्ट्रूमेंट |
ब्याज दर (% में) |
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र |
7.5 |
एससीएसएस |
8 |
मंथली इनकम स्कीम |
7.1 |
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट |
7.0 |
किसान विकास पत्र |
7.2 |
सुकन्या समृद्धि योजना |
7.6 |
पीपीएफ |
7.1 |
1 ईयर टर्म डिपॉजिट |
6.6 |
2 ईयर टर्म डिपॉजिट |
6.8 |
3 ईयर टर्म डिपॉजिट |
6.9 |
5 ईयर टर्म डिपॉजिट |
7.0 |