महाराष्ट्र में रविवार को हुई सियासी उथलपुथल देखने को मिली है जिसके बाद सुबह तक विपक्ष के नेता का पद संभाल रहे अजित पवार दोपहर होने तक उपमुख्यमंत्री पद पर बैठ गए। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने अपनी ही पार्टी से बगावत कर भाजपा और शिवसेना वाली एनडीए का दामन थाम लिया है। अजित पवार ने राजभवन में दोपहर में शपथ ग्रहण की है। महा विकास अघाड़ी (शिवसेना यूबीटी, कांग्रेस और एनसीपी) के गठबंधन को अजित पवार के इस कदम से बड़ा झटका लगा है। वहीं राज्य में हुए इस फेरबदल को देखते हुए अब राज्य में पार्टी की स्थिति में भी काफी फर्क पड़ा है। एनसीपी में पड़ी फूट के बाद अब राज्य में कांग्रेस को बड़ा फायदा हुआ है। कांग्रेस राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। जानकरी के मुताबिक महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं, जिसमें बहुमत के लिए 145 सीटों होना आवश्यक है। वर्तमान में बीजेपी के पास 105 सीटें हैं, शिवसेना के पास 40, शिवसेना यूबीटी के पास 16, एनसीपी के पास 53, कांग्रेस के पास 45 और अन्य के पास 29 सीटें है। वहीं एनसीपी के अजित पवार के एनडीए में शामिल होने पर एनसीपी में भी फूट हो गई है। एनसीपी के 53 में से 30 विधायक लगभग अजित पवार के साथ हो गए है। ऐसे में शरद पवार के पास सिर्फ 23 विधायक ही बचते है और वो सबसे बड़ी पार्टी भी राज्य में नहीं रह सके है। वहीं अब कांग्रेस पार्टी 45 विधायकों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। अजित ने जताया सिंबल पर हकअजित पवार ने कहा कि पार्टी का नाम और सिंबल मेरे पर ही है और मेरे पास रहेगा। उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी के अन्य विधायकों से भी संपर्क किया है। पार्टी के कई विधायक शाम तक पहुंचेंगे और समर्थन हमें देंगे। उन्होंने कहा कि एनसीपी अब जिला परिषद के हों या अन्य पंचायत अब एनसीपी के सिंबल पर ही लड़े जाएंगे। उन्होंने नागालैंड का जिक्र करते हुए कहा कि वहां भी एनसीपी के सात विधायक चुनकर आए थे, जिन्होंने बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया था। राजभवन में ली शपथराजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल रमेश बैस ने जहां अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई, वहीं राकांपा के आठ अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। मंत्री पद की शपथ लेने वालों में छगन भुजबल, दिलीप वाल्से पाटिल, हसन मुशरिफ, धनंजय मुंडे, अदिति तटकरे, धर्मराव अत्राम, अनिल पाटिल और संजय बनसोडे शामिल हैं। राजभवन में मौजूद महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि अजित पवार ने निचले सदन में विपक्ष के नेता (एलओपी) के पद से इस्तीफा दे दिया है और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है। राजभवन में विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल और राकांपा के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल भी मौजूद थे।