पिछले 4 साल मैं चार नाटकीय घटनाक्रम का गवाह बना महाराष्ट्र कुर्सी के इर्द-गिर्द घूमती रही राजनीति

महाराष्ट्र की राजनीति में लगातार नाटकीय घटनाक्रम जारी है आज अचानक के एक बड़ा घटनाक्रम हुआ है अजित पवार ने अपने समर्थक विधायकों के साथ  शिंदे सरकार को अपना समर्थन दिया है इसके साथ ही शिंदे सरकार में वह उप मुख्यमंत्री के तौर पर शामिल भी हो गए हैं। इतना ही नहीं उनके समर्थक विधायकों में से कुछ को मंत्री बनाया गया है फंकी 2019 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद यह चौथा मौका है जब महाराष्ट्र की राजनीति में इस तरह का नाटक की एक घटना क्रम देखने को मिला है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन को बहुमत मिला था उस वक्त शिवसेना और भाजपा एक साथ चुनाव में गई थी मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर शिवसेना और भाजपा अलग हुई इसके बाद वहां किस्सा कुर्सी का शुरू हुआ लगातार कई दिनों तक सरकार नहीं बन सकी थी एक दिन अचानक खबर आई कि सुबह सवेरे देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है और उनके साथ उप मुख्यमंत्री के तौर पर अजीत पवार ने शपथ लिया हैइससे इस बात की चर्चा शुरू हो गई कि शरद पवार ने भाजपा को समर्थन दे दिया है हालांकि शरद पवार ने उसके तुरंत बाद कहा कि अजित पवार ने अपने मन से देवेंद्र फडणवीस के साथ शपथ लिया है  एनसीपी ने भाजपा को कोई समर्थन नहीं दिया है। हालांकि यह सरकार 2 दिन बाद ही गिर गई थी। उसके बाद एक बार फिर से महाराष्ट्र को कई दिनों तक मैं मुख्यमंत्री का इंतजार रहा दूसरा शपथ ग्रहण भी काफी नाटक किए रहा उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को एनसीपी और कांग्रेस का साथ मिल गया महा विकास आघाडी का निर्माण हुआ और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने।कभी कांग्रेस और एनसीपी लगातार शिव सेना पर जबरदस्त तरीके से हमलावर रहती थी हालांकि सरकार बनाने के लिए तीनों एक साथ हो चुके थे जून 2022 में एक और नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला इस वक्त शिवसेना में काफी मजबूत माने जाने वाले एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ बिगुल फूंक दिया। इसमें शिंदे के साथ 40 से ज्यादा विधायक खड़े रहे नतीजा यह हुआ कि उद्धव ठाकरे की सरकार गिर गई एकनाथ शिंदे को भाजपा का समर्थन हासिल हो गया । अटकले लगी कि देवेंद्र फडणवीस फिर मुख्यमंत्री बनेंगे उलटफेर होते हुए एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने और देवेंद्र फडणवीस को उपमुख्यमंत्री बनाया गया यह हैरानी भरा कदम था।इसे भी पढ़ें: Maharashtra Politics: उपमुख्यमंत्री बनने के बाद Ajit Pawar ने बदला अपना ट्विटर बायोचौथा नाटक के घटनाक्रम हुआ है लगातार भाजपा के खिलाफ हमलावर रुख अख्तियार करने वाले शरद पवार के भतीजे अजीत पवार ने पार्टी के कुछ विधायकों का समर्थन लेकर शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं उन्हें उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई है। आश्चर्य की बात यह भी है कि अभी हाल में ही एनसीपी ने दो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए थे इसमें एक सुप्रिया सुले थी और दूसरी प्रफुल पटेल प्रफुल्ल पटेल शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए जिसका मतलब साफ है कि कहीं ना कहीं अजीत पवार को प्रफुल पटेल का समर्थन है।