महाराष्ट्र को मिली चार वंदे भारत एक्सप्रेस लेकिन कई राज्यों में नहीं खुला इसका खाता

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आज एक साथ दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। ये दोनों ट्रेनें महाराष्ट्र के खाते में जा रही हैं। ये ट्रेनें मुंबई से साईनगर शिरडी (Sainagar Shirdi) और सोलापुर (Solapur) के लिए चलाई जा रही हैं। इसके साथ ही देश में वंदे भारत ट्रेनों की संख्या 10 पहुंच जाएगी। महाराष्ट्र में पहले से ही दो वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। इनमें से एक ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद और दूसरी नागपुर से बिलासपुर से बीच चल रही हैं। इस तरह महाराष्ट्र में वंदे भारत ट्रेनों की संख्या चार पहुंच जाएगी। लेकिन देश के कई राज्यों मे अभी एक भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन नहीं चलाई गई हैं। इनमें बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, केरल, पूर्वोत्तर और ओडिशा शामिल हैं। पंजाब और हरियाणा को भी वंदे भारत की सौगात नहीं मिली है। हालांकि दिल्ली से कटड़ा और हिमाचल जाने वाली वंदे भारत इन राज्यों से गुजरती है।रेलवे ने देश की आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर 75 वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की योजना बनाई है। यह ट्रेन अधिकतम 200 किमी की रफ्तार से चल सकती है। नई वंदे भारत ट्रेन में ऑटोमेटिक दरवाजे, एयर कंडीशनर कोच और घूमने वाली कुर्सी है। इस कुर्सी को 180 डिग्री तक घुमाया जा सकता है। ट्रेन में जीपीएस आधारित सूचना सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम आधारित बायो शौचालय हैं। इसे कई हाईटेक तकनीक (Hi-Tech Technology) से लैस किया गया है। इसमें आपको सफर करने पर थकान बिल्कुल भी नहीं होगी। इसे सुरक्षा कवच से भी लैस किया गया है। यही वजह है कि कई राज्यों में इन ट्रेनों को चलाने की मांग जोर पकड़ रही है। कहां-कहां चल रही है वंदे भारतअभी देश में आठ वंदे भारत एक्सप्रेस चल रही हैं। पहली वंदे भारत एक्सप्रेस नई दिल्ली और वाराणसी के बीच फरवरी, 2019 में चली थी। इस तरह की दूसरी ट्रेन नई दिल्ली से माता वैष्णो देवी कटड़ा के बीच चलाई गई थी। नए जमाने की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस पिछले साल मुंबई और अहमदाबाद के बीच शुरू की गई थी। इसी तरह चौथी वंदे भारत दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के ऊना के बीच चलाई गई थी। पांचवीं वंदे भारत ट्रेन को पीएम मोदी ने 11 नवंबर, 2022 को हरी झंडी दिखाई थी। यह मैसूर और चेन्नई के बीच चलती है। छठी वंदे भारत 11 दिसंबर को महाराष्ट्र के नागपुर से छत्तीगढ़ के बिलासपुर के बीच चलाई गई। सातवीं ट्रेन 30 दिसंबर को हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी के बीच चली थी। आठवीं वंदे भारत 15 जनवरी को तेलंगाना के सिकंदराबाद से आंध्र प्रदेश के विशाखापटट्नम के लिए चली थी।बिहार को कब मिलेगी वंदे भारतपूर्वी राज्यों खासकर बिहार जाने वाली ट्रेनों में सबसे ज्यादा भीड़भाड़ रहती है। यही वजह है कि वहां वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की मांग सबसे ज्यादा है। लेकिन अब तक रेलवे ने बिहार को इस ट्रेन की सौगात नहीं दी है। पश्चिम बंगाल के हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी के बीच चलने वाली ट्रेन बिहार को टच करते हुए निकलती है लेकिन इसे बिहार में स्टॉप नहीं दिया गया है। हाल में पेश बजट में रेलवे के लिए रेकॉर्ड आवंटन किया गया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि अब तीन और स्थानों पर वंदे भारत ट्रेनों को बनाया जाएगा। इससे जल्दी ही बिहार को भी वंदे भारत ट्रेन मिल सकती है। रेलवे सूत्रों के मुताबिक हावड़ा-पटना और वाराणसी-हावड़ा रूट पर वंदे भारत ट्रेन चलाई जा सकती है। बिहार में 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं। माना जा रहा है कि उससे पहले राज्य में कई वंदे भारत ट्रेनों की घोषणा की जा सकती है। बिहार के अलावा झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, केरल, पूर्वोत्तर और ओडिशा में भी अब तक कोई वंदे भारत ट्रेन नहीं चलाई गई है। पंजाब और हरियाणा को भी वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात नहीं मिली है। हालांकि दिल्ली से कटड़ा और हिमाचल जाने वाली वंदे भारत इन राज्यों से गुजरती है। पंजाब ने दिल्ली से अमृतसर और भटिंडा के लिए वंदे भारत ट्रेन चलाने की मांग की है।