हाल ही में गुजरात के अहमदाबाद मे निकोल इलाके में स्वर्गीय पद्मश्री डॉ.एच एल त्रिवेदी और सुनीताबेन त्रिवेदी डायलिसिस सेंटर के दूसरे वर्ष (निःशुल्क) के मंगल प्रवेश के अवसर पर डायलिसिस हॉल का नामाभीकरण शाम सेवा फाउंडेशन के चेरमेन एव ऑल इंडिया MSME फेडरेशन के प्रमुख मगनभाई पटेल के अध्यक्षस्थान पर सूर्यम ऑरा बिल्डिंग में कई गणमान्य व्यक्तियों और आमंत्रित अतिथियों की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर संस्था को 51 लाख रुपये दान करने वाले मुख्यदाता मूलशंकरभाई जानी व उनके परिवार को मगनभाई पटेल के हाथों सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष मगनभाई पटेल ने कहा कि पद्मश्री स्वर्गीय डॉ.एच.एल.त्रिवेदी ने सिविल अस्पताल में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की सेवा के उद्देश्य से एशिया की नंबर वन किडनी फाउंडेशन और किडनी ट्रांसप्लांट यूनिवर्सिटी बनाई और 5000 किडनी प्रत्यारोपण कर विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया और उनके अधीन 500 लिवर ट्रांसप्लांट किए गए। ऐसा इसलिए क्योंकि पद्मश्री स्वर्गीय डॉ. एच.एल. त्रिवेदी किडनी अस्पताल को मंदिर और मरीजों को दरिद्रनारायण मानते थे। ऐसी नेक विचारधारा रखनेवाले पद्मश्री स्वर्गीय डॉ. एच.एल. त्रिवेदी का नाम सुवर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। सेवा एव समर्पण की भावना से ही सिद्धि के उच्च सिखर पर विराजमान ऐसे महामानवो की अमूल्य भेट के कारण ही हमारी श्रद्धा का दिप जगमगा रहा है। समाज में एवं देश में ऐसी महान विभूतिया बारबार नहीं मिलती। मगनभाई पटेल ने अपने प्रासंगिक प्रवचन में आगे बताया की स्व.पद्मश्री डॉ. एच.एल. त्रिवेदी जब कनाडा में अभ्यास करते थे तब वे कनाडा के पहले चालीस करदाताओं में से एक थे। जब स्व.पद्मश्री डॉ. एच.एल. त्रिवेदी गुजरात के किडनी रोगियों के लिए अपनी संपत्ति और वैभव छोड़कर अहमदाबाद आए तो उन्होंने अकेले ही एक कमरे वाले मकान में रहकर मानव समाज की एक अनूठी और नेक सेवा करने के लिए अहमदाबाद के असारवा स्थित सिविल अस्पताल में विश्व स्तरीय किडनी संस्थान की स्थापना की जो गर्व की बात है।पद्मश्री स्वर्गीय डॉ. एच.एल. त्रिवेदी को किडनी अस्पताल बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि “लोगों ने मुझ पर पत्थर फेंके, उन पत्थरों को इकट्ठा किया और इस किडनी अस्पताल की इमारत का निर्माण किया”। हमने उनकी स्मृति में एक वर्ष से निकोल में नि:शुल्क डायलिसिस केंद्र बनाया है, आने वाले समय में पद्मश्री स्व.डॉ.एच.एल.त्रिवेदी के नाम पर ऐसे 40 निःशुल्क डायलिसिस केंद्र बनाने का आयोजन है। पद्मश्री स्वर्गीय डॉ.एच.एल.त्रिवेदी के सपनों को साकार करने के लिए उनकी पत्नी सुनीताबेन एच.त्रिवेदी की अध्यक्षता मे पद्मश्री स्वर्गीय डॉ.एच.एल त्रिवेदी मेडिकल फाउंडेशन की स्थापना सिविल अस्पताल मे की गई जिसमें विभिन्न विशेषज्ञ डॉक्टर परामर्श प्रदान करेंगे ताकि गरीब एव मध्यमवर्ग के मरीजों को उचित उपचार के लिए मार्गदर्शन मिल सके। इस अवसर पर संस्था के पिछले एक वर्ष के संस्था के कार्यों का विवरण देते हुए संस्था के प्रमुख एवं ट्रस्टी राजेन्द्रभाई व्यास ने कहा कि इस इलाके के मध्यम व छोटे वर्ग के लोगों का लगभग 3500 डायलिसिस नि:शुल्क किया गया है। साथ ही वर्ष के दौरान इस क्षेत्र के लोगों को जानेमाने डॉ.पंकजभाई शाह द्वारा मुफ्त निदान का लाभ मिला, जिन्होंने 37 वर्षों तक किडनी प्रत्यारोपण का कार्य पद्मश्री स्वर्गीय डॉ.एच.एल.त्रिवेदी के साथ रहकर किया है। साथ ही मे गुजरात यूनिवर्सिटी ऑफ ट्रांसप्लांटेशन ऑफ साइंस के वाइस चांसलर डॉ. प्रांजलभाई मोदी ने कई वर्ष तक डॉ.एच.एल.त्रिवेदी के साथ काम किया जिन्हें किडनी और लिवर ट्रांसप्लांट का भीष्म पितामह माना जाता है। इस कार्यक्रम में भागवत कथावाचक चैतन्य शंभु महाराज एवं BAPS शाहीबाग के संत धर्मतिलक स्वामीजी ने आशीर्वचन दिया। जबकि अन्य गणमान्य व्यक्तियों मे सामाजिक अग्रणी एव बिल्डर मधुभाई वसानी, रिक्रिएशन बोर्ड और हेरिटेज के अध्यक्ष राजूभाई दवे, ज़िओन ग्रुप वटवा के एम.डी अंकुरभाई भालोडीया, पालीवाल ब्रह्म समाज के अध्यक्ष अंतुभाई भट्ट, भागवत कथावाचक राजेशभाई दवे, दंडव्या ब्रह्म समाज के अध्यक्ष महेंद्रभाई पंड्या, ब्राह्मण नेता अरुणाबेन व्यास और व्यवसायी बिपिनभाई गजरावाला भी इस अवसर पर उपस्थित थे।अब बात मुख्य मुद्दे की ऐसे पद्मश्री स्व.डॉ.एच.एल.त्रिवेदी का योग्य सम्मान देने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जो गुजरात के है तब भारत सरकार की तरफ से ऐसे कर्मठ सेवाभावी ऋषितुल्य पद्मश्री स्व.डॉ.एच.एल.त्रिवेदी को मरणोपरांत पुरस्कार दिया जाए ऐसी लोक अभिलाषा है।