सिंघु बॉर्डर पर लगाई गई LRAD डिवाइस, आदमी को बना सकती है बहरा

चंडीगढ़: किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच दिल्ली की उत्तरी और पश्चिमी बॉर्डर पर पुलिस ने एक नई रणनीति तैयार की है। हरियाणा के अंबाला में शंभू बॉर्डर पर बैरिकेड तोड़ने के लिए संघर्ष कर रहे प्रदर्शनकारी अगर दिल्ली पहुंचने में कामयाब हो जाते हैं, तो भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने सड़क के किनारे बड़ी-बड़ी खाइयां खोदी हैं। वहीं पुलिस ने सिंघु बॉर्डर पर एक लॉन्ग रेंज एकॉस्टिक डिवाइस (LRAD) तैनात की है, जिसे आमतौर पर साउंड कैनन के रूप में जाना जाता है।क्या है LRAD मशीन लॉन्ग रेंज एकॉस्टिक डिवाइस यानी LRAD को आमतौर पर साउंड तोप के रूप में जाना जाता है। यह एक विशेष लाउडस्पीकर है जो उच्च शक्ति की आवाज पैदा करता है। इसका इस्तेमाल अलग-अलग देशों में पुलिस फोर्स की ओर से भीड़ को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है। इसको 2000 के दशक की शुरुआत में संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना की ओर से विकसित किया गया था।कितना वजन, कैसे खतरनाक लॉन्ग रेंज एकॉस्टिक डिवाइस से इतनी तेज आवाज होती है कि कोई उसे बर्दाश्त नहीं कर सकता है। इसका वजन 6.8 से 150 किलोग्राम के बीच है। इस डिवाइस से 152 डेसिबल तक की आवाज पैदा की जा सकती है। कहां लगा है साउंड तोपदिल्ली पुलिस सिंघु बॉर्डर पर ऐसी ही एक मशीन लेकर आई है, इसे पुलिस वाहन के ऊपर लगाया गया है। इसके जरिए दिल्ली की सीमा में जबरन घुसने वालों को रोका जाएगा। इससे इतनी तेज आवाज निकलेगी कि प्रदर्शनकारियों को पीछे हटाना पड़ जाएगा। इससे पहले मंगलवार को हरियाणा पुलिस और किसानों के बीच हुई झड़प में दोनों तरफ से लोग घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। हरियाणा पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले गिराने के लिए ड्रोन के इस्तेमाल की अलग-अलग राजनीतिक दलों ने आलोचना की है।