9 दिन बाद मौत से जंग हारीं… सिलेंडर ब्लास्ट की चपेट में आईं 5 महिलाएं, एक साथ शव पहुंचे घर

मध्य प्रदेश: घर में शादी का माहौल था, खुशियां बांटी जा रही थी, इसी बीच एक धमाका हुआ और परिवार के 12 लोग बुरी तरह जख्मी हो गए. यह धमाका रसोई में पांच किलो वाले सिलेंडर में हुआ था. आनन फानन में सभी घायलों को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन पांच लोगों की स्थिति नाजुक थी. इसलिए तत्काल इन्हें प्राथमिक उपचार के बाद एम्स दिल्ली के लिए रैफर कर दिया गया. जहां इलाज के दौरान इन पांचों की मौत हो गई. यह हादसा मध्य प्रदेश के भिंड जिले में 20 फरवरी का है.
जानकारी के मुताबिक जिले के गोरमी थाना क्षेत्र के गांव कचनाव कलां में 20 फरवरी को एक परिवार में शादी का माहौल था. दो दिन बाद ही बारात जानी थी. इसलिए काफी संख्या में मेहमान घर में आए थे. खूब हसीं खुशी और जश्न का माहौल था. एक तरफ शादी से पूर्व की रश्में निभाई जा रही थीं, वहीं दूसरी ओर घर आए मेहमानाकें की खातिरदारी में जलपान और खाने पीने की व्यवस्था हो रही थी. इसी बीच रसोई में रखे छोटे सिलेंडर में आग लग गई. जब तक लोग कुछ समझ पाते, तेज धमाका हुआ और रसोई में मौजूद दूल्हे की मां, बहन, भाभी समेत कुछ रिश्तेदारों समेत 12 लोग बुरी तरह से जख्मी हो गए.
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इलाज के दौरान हुई पांच की मौत
परिजनों के मुताबिक सभी घायलों को तत्काल ग्वालियर अस्पताल पहुंचाया गया. इनमें चार लोगों को तो डॉक्टरों ने वहीं भर्ती कर लिया, लेकिन दूल्हेकी मां, भाभी और दो बहनों के अलावा चाची समेत 8 लोगों की हालत नाजुक होने की वजह से उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद पहले ग्वालियर और फिर वहां से एम्स दिल्ली के लिए रैफर कर दिया गया. जहां करीब एक सप्ताह तक इलाज के बाद 28 फरवरी को दूल् हेकी मां जल देवी, भाभी नीरू और चाची पिंकी यादव की मौत हो गई. परिजन इनके शव लेकर गांव लौटने की तैयारी कर ही रहे थे कि दूल्हे की दोनों बहने सुनीता और अनीता की मौत की भी खबर आ गई.
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5 मौतों का सामान बना सिलेंडर
जानकारी के मुताबिक शादी समारोह के दौरान खाना बन रहा था. अचानक बड़े सिलेंडर का गैस खत्म हो गया तो घर की महिलाओं ने बाकी खाना छोटे सिलेंडर पर बनाने का प्रयास किया. इस सिलेंडर का इस्तेमाल अभी दस मिनट भी नहीं हुआ था कि नोजल के नीचे आग लग गई. महिलाओं ने आग बुझाने का प्रयास शुरू ही किया था कि जोर का धमका हुआ और किचन व आसपास मौजूद लोग इसकी चपेट में आ गए.