LIVE: खरगे ने बापू से लेकर नेहरू तक को किया याद… 24 साल बाद कांग्रेस के लिए बड़ा दिन

नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी को आज दो दशक बाद गैर-गांधी अध्यक्ष मिलने जा रहा है। उत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक हलचल है। अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने भले ही ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कैंप में वोट डाला हो लेकिन आज वह भी दिल्ली में मौजूद रहेंगे। आज कांग्रेस के लिए बड़ा दिन है। पार्टी के रणनीतिकारों को उम्मीद है कि इसके बाद ‘नई कांग्रेस’ का उदय होगा और वह चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए कार्यकर्ताओं में एक नए जोश और उत्साह के साथ आगे बढ़ेगी। कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे आज पदभार संभालेंगे। इससे पहले उन्होंने मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से उनके घर जाकर मुलाकात की। खरगे को पद के साथ चुनौती भी बड़ी मिल रही है। हर चुनाव उनके लिए अग्निपरीक्षा साबित होने वाला है। एक तरफ राजस्थान का सियासी संकट तत्काल चुनौती बनकर खड़ा है, तो अगले कुछ हफ्तों में गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव भी बड़ी चुनौती हैं। आगे 2024 का लोकसभा चुनाव भी है।
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@8 बजे: राजघाट गए खरगे
कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दिल्ली में राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। कुछ देर बाद उन्होंने राजीव गांधी स्मारक पर जाकर पूर्व पीएम राजीव गांधी और शांति वन में जवाहरलाल नेहरू को पुष्पांजलि अर्पित की। खरगे आज कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यभार संभालेंगे।

राहुल भी दिल्ली में
खरगे आज सुबह सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्ष और पार्टी के अन्य नेताओं की मौजूदगी में पार्टी अध्यक्ष का पदभार संभालेंगे। महत्वपूर्ण बात यह है कि सितंबर से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होने के बाद राहुल गांधी पहली बार दिल्ली में कांग्रेस के किसी कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। वह 27 अक्टूबर से फिर से यात्रा में शामिल हो जाएंगे। यात्रा इन दिनों तेलंगाना में है।

आज सुबह खरगे राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। वह पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री और राजीव गांधी के स्मृति स्थलों के साथ ही पूर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम के स्मृति स्थल भी जाएंगे। कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री आज सुबह खरगे को औपचारिक रूप से निर्वाचन प्रमाणपत्र सौंपेंगे।

इस कार्यक्रम में गहलोत के साथ ही राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी मौजूद होंगे। राजस्थान के सियासी संकट के बीच लंबे समय बाद दोनों नेता किसी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।

इतिहास रच रहे खरगे
कर्नाटक के दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 80 साल के खरगे ने 17 अक्टूबर को हुए ऐतिहासिक चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी 66 वर्षीय थरूर को मात दी थी। पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ था। 24 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का कोई व्यक्ति कांग्रेस का अध्यक्ष बना है। खरगे को 2024 के आम चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव में कांग्रेस के बेहतर करने की उम्मीदें बड़ी चुनौती है, वहीं राजस्थान व कर्नाटक में पार्टी के भीतर जारी रस्साकशी ने पार्टी की परेशानी और बढ़ा दी है। ऐसे में 2024 के आम चुनाव से पहले पार्टी को एकजुट करना खरगे के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।

उन्हें गांधी परिवार के ‘रिमोट कंट्रोल’ से चलने की धारणा को भी गलत साबित करने की चुनौती का सामना करना होगा। भाजपा पहले से ही ऐसे आरोप लगाती रही है। पार्टी में पीढ़ीगत आधार पर विभाजन भी एक चुनौती है और उन्हें अनुभवी नेताओं और युवाओं के बीच संतुलन बनाए रखना होगा।

इस समय केवल दो राज्यों राजस्थान और छत्तीसगढ़ में ही कांग्रेस की सरकार है। गुजरात, हिमाचल के बाद 2023 में 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसमें उनका गृह राज्य कर्नाटक भी शामिल है।