सुन लो सरकार! फीस बकाया होने का दर्द झेल रही बच्ची, घर से पैदल आई और गुरुजी ने धूप में खड़ा किया, जानें मामला

आज कल शिक्षा जैसा पवित्र कार्य व्यापार बन गया है, जहां एक ओर स्कूल ड्रेस, कापी किताबें एक ही दुकान से खरीदने के लिए अभिभावकों को मजबूर किया जाता है।