बिहार: कई गांवों में भूमि सर्वे पूरा, आपके गांव का क्या स्टेटस? इन जिलों के लोग दें ध्यान

पटना: बिहार सरकार उन गांवों की सूची जल्द जारी करेगी जहां भूमि सर्वेक्षण पूरा हो गया है। यह सर्वेक्षण बिहार विशेष भूमि सर्वेक्षण के तहत हुआ है। पहले चरण के 20 जिलों से जानकारी मांगी गई है। बुधवार को अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह इसकी समीक्षा करेंगे। इस बैठक में भू अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जे प्रियदर्शिनी और सचिव जय सिंह भी मौजूद रहेंगे। यह फैसला बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त अधिनियम 2011 के तहत लिया गया है। अधिकार अभिलेख का अंतिम प्रकाशन भी हो चुका है।बिहार के कई गांवों में भूमि सर्वे पूराबिहार में भूमि सर्वेक्षण का काम तेजी से पूरा हो रहा है। राज्य सरकार ने उन गांवों की सूची तैयार करने का काम शुरू कर दिया है जहां सर्वेक्षण पूरा हो चुका है। यह जानकारी भू अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जे प्रियदर्शिनी ने दी। उन्होंने बताया कि 20 जिलों के बंदोबस्त पदाधिकारियों से इन गांवों का ब्योरा मांगा गया है। ये जिले बिहार विशेष भूमि सर्वेक्षण के पहले चरण में शामिल थे।भूमि सर्वे में सबसे बड़ा अपडेटयह पूरा काम बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त अधिनियम 2011 के तहत किया जा रहा है। इस कानून के तहत राज्य सरकार को उन गांवों की सूची अधिसूचित करनी है जहां सर्वेक्षण पूरा हो गया है। इससे जमीन के मालिकाना हक को लेकर होने वाले विवादों को कम करने में मदद मिलेगी।अधिकार अभिलेख का अंतिम प्रकाशनसर्वेक्षण के बाद अधिकार अभिलेख का अंतिम प्रकाशन भी कर दिया गया है। इससे लोगों को अपनी जमीन के कागजात आसानी से मिल सकेंगे। बंदोबस्त पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपनी रिपोर्ट के साथ बैठक में मौजूद रहें। उन्हें मंगलवार शाम तक रिपोर्ट की एक कॉपी ईमेल से भी भेजने को कहा गया है।रिपोर्ट के लिए एक अलग फॉर्मेटरिपोर्ट भेजने के लिए एक खास फॉर्मेट भी दिया गया है। इसमें जिला, अंचल, गांव, थाना, रैयतों की संख्या, खेसरा की संख्या, और अधिकार अभिलेख प्रकाशन की तारीख जैसी जानकारी देनी होगी। यह जानकारी देने से सरकार को एक स्पष्ट तस्वीर मिलेगी कि किन गांवों में सर्वेक्षण पूरा हो गया है और किन में अभी बाकी है।इन जिलों के बंदोबस्त पदाधिकारियों से मांगी गई जानकारीजिन जिलों के बंदोबस्त पदाधिकारियों से जानकारी मांगी गई है, उनमें बांका, बेगूसराय, जमुई, जहानाबाद, कटिहार, खगड़िया, किशनगंज, लखीसराय, मधेपुरा, मुंगेर, नालंदा, पूर्णिया, सहरसा, शेखपुरा, शिवहर, सीतामढ़ी, पश्चिम चंपारण, सुपौल, अररिया और अरवल शामिल हैं। इन जिलों में सर्वेक्षण का काम लगभग पूरा हो चुका है।