
दरअसल, 2020 विधानसभा चुनाव में कुढ़नी सीट आरजेडी जीती थी। आरजेडी उम्मीदवार अनील सहनी ने बीजेपी उम्मीदवार केदार प्रसाद गुप्ता को 742 वोट से हराया था। 2020 बीजेपी और जेडीयू एक साथ चुनावी मैदान थे। 2022 में बिहार में सत्ता परिवर्तन हुआ। नीतीश कुमार एनडीए छोड़कर आरजेडी के साथ आ गए। बिहार में सात दलों की मदद से सरकार चला रहे हैं। कुढ़नी विधायक अनिल सहनी के सजायाफ्ता होने के बाद सीट खाली हुई तो बिहार में सियासी समीकरण बदल चुके थे। उपचुनाव की घोषणा हुई तो नीतीश कुमार ने लालू-तेजस्वी से कुढ़नी की सीट अपनी पार्टी के लिए मांग ली। लिहाजा कुढ़नी से जेडीयू के उम्मीदवार मनोज कुशवाहा मैदान में आ गए।
3645 वोट चुनाव हार गई जेडीयू
उपचुनाव में बीजेपी महागठबंधन से सीटिंग सीट छीन ली। बीजेपी उम्मीदवार केदार प्रसाद गुप्ता ने जेडीयू प्रत्याशी मनोज कुशवाहा को 3645 वोटों से हरा दिया। उपचुनाव में बीजेपी की मिली जीत पर भाजपा में जश्न है। इस बीच भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा मांगा हैं। इधर, जदयू ने जनता के हिसाब से चलने की बात कर रही है। भाजपा के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कुढ़नी में भाजपा को मिली जीत के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा मांगा है। मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के महागठबंधन ने कुढ़नी में करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाये, सारे हथकंडे अपनाए, फिर भी वहां के मतदाताओं ने भाजपा की जीत पक्की की।
लालू यादव नाम भी नहीं आया काम
सुशील मोदी ने कहा कि चुनाव में लालू प्रसाद के नाम का भी उपयोग किया गया, उनके किडनी ट्रांसप्लांट का विषय उठाकर इमोशनल कार्ड खेला गया, मुख्यमंत्री ने भी कई सभाएं की और इस चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाया । लेकिन, भाजपा ने जीत हासिल की। भाजपा नेता एवं राज्य के पूर्व मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भरोसा व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव परिणाम महागठबंधन के मुंह पर तमाचा है।
जनता के हिसाब से हमें चलना होगा
वहीं, जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता उपेंद्र कुशवाहा ने अपने ट्वीट में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता की कुछ पंक्तियों के साथ अपने ट्वीट में लिखा, कुढ़नी के परिणाम से हमें बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। पहली सीख- जनता हमारे हिसाब से नहीं बल्कि हमें जनता के हिसाब से चलना पड़ेगा।
इधर, बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि इस जीत से साबित हो गया कि महागठबंधन की बात सिर्फ ढकोसला है। उन्होंने कहा कि कुढ़नी की जीत ने यह भी साबित किया कि पीएम के साथ बिहार की जनता है। उन्होंने कहा कि यह जीत इसलिए भी बड़ी है कि कुढ़नी में सात दलों के महागठबंधन और एक दल, जो नीतीश जी के गुलामी में हमारा वोट काटने में लगा था आठ दलों को पराजित करके भाजपा ने जीत हासिल की है।
गिरिराज सिंह ने गरजते हुए दिया संदेश
वहीं, बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने में बीजेपी की जीत के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नसीहत दी है। हालांकि उन्होंने नाम तो नहीं लिया लेकिन इशारों में यह भी कहा कि चुनाव में किसी राजनीतिक पार्टी के पास वोट नहीं होता, बल्कि वोट जनता के पास होता है। इसलिए किसी को अहंकार में नहीं रहना चाहिए।