झज्जर: हरियाणा के झज्जर जिले में बदमाशों ने आईएनलडी के अध्यक्ष की गाड़ी पर रविवार देर शाम ताबतोड़ गोलियां बरसा दी। इस हमले में घायल नफे सिंह राठी को अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। नफे सिंह राठी आईएनएलडी के कद्दावर नेता थे। वो कई बार पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। वो चौटाला परिवार के भी खास थे। आइए जानते हैं कौन थे नफे सिंह राठीदो बार जीते विधानसभा चुनावनफे सिंह राठी हरियाणा विधानसभा में 2 बार विधायक रह चुके हैं। वो बहादुरगढ़ विधानसभा सीट से दो बार चुनाव जीते थे और यहां के विधायक रहे। यहीं नहीं वो बार बहादुरगढ़ नगर परिषद के चेयरमैन भी रह चुके हैं और कुश्ती संघ (भारतीय स्टाइल) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी थे। वो हरियाणा की पूर्व विधायक एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष भी थे। इसके अलावा राठी एक बार रोहतक सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। अभय और ओपी चौटाला के खासनफे सिंह राठी आईएलएडी सुप्रीमो ओपी चौटाला और अभय चौटाला के खास थे। वो अक्सर उनके साथ राजनीति मंच सांझा करते थे। आईएनएलडी के टूट जाने के बाद भी उन्होंने अभय चौटाला और ओपी चौटाला का साथ नहीं छोड़ा था। दुष्यंत चौटाला ने जब आईएनएलडी से अलग होकर जेजेपी का गठन किया था तब राठी ने उनपर जमकर हमला बोला था। नफे सिंह राठी इन दिनों आईएनएलडी की हरियाणा परिवर्तन यात्रा की अगुवाई कर रहे थे। वह अभय सिंह चौटाला के बहुत करीबी थे और उनके विश्वास पात्र भी थे।अभय चौटाला ने दी जानकारीअभय चौटाला ने नफे सिंह राठी के निधन की जानकारी देते हुए बताया कि इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक नफे सिंह जी हमारे बीच नहीं रहें। उन पर हुए कायराना हमले से पूरा इनेलो परिवार स्तब्ध है, नफे सिंह जी हमारी पार्टी ही नहीं हमारे परिवार का हिस्सा थे, वो मेरे भाई समान थे। नफे सिंह जी ने हाल ही में सीएम, गृहमंत्री और आइजी को खुद पर होने वाले हमले की आशंका जताते हुए सुरक्षा की मांग की थी। उस समय तो सरकार ने राजनीति की और सुरक्षा नहीं दी। क्या सरकार इस में बराबर दोषी नहीं है? भगवान नफे सिंह जी की आत्मा को शांति दें और उनके परिवार को इस कठिन समय में दुःख सहने की शक्ति दें।