अमेरिकी दबाव में बनाए गए फिलिस्तीन के नए पीएम मोहम्मद मुस्तफा को जानिए, अमेरिका में पढ़कर ही बने इकोनॉमिस्ट

यरूशलम: फिलिस्तीन के राष्ट्रपति ने लंबे समय तक अपने सहयोगी रहे को फिलिस्तीनी प्राधिकरण (पीए) का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। अमेरिका में पढ़े और विश्व बैंक में काम कर चुके मोहम्मद मुस्तफा लंबे समय से राष्ट्रपति अब्बास के आर्थिक सलाहकार रहे हैं। ये नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब हमास के कब्जे वाले फिलिस्तीन के गाजा पट्टी इलाके में भीषण जंग चल रही है। फिलिस्तीन के वेस्ट बैंक वाले हिस्से में प्रशासन की जिम्मेदारी संभालने वाले फिलिस्तीनी प्राधिकरण में इस नियुक्ति को अमेरिकी दबाव के रूप में देखा जा रहा है, जो गाजा में युद्ध के बाद की स्थिति की रणनीति की तैयारी कर रहा है। आइए जानते हैं फिलिस्तीन के नए प्रधानमंत्री मोहम्मद मुस्तफा कौन हैं और उनकी नियुक्ति में अमेरिकी दबाव की बात क्यों हो रही है?मुस्तफा के सामने चुनौतियांमोहम्मद मुस्तफा अपने पूर्ववर्ती मोहम्मद शतयेह की जगह लेंगे, जिन्होंने गाजा में जारी युद्ध और वेस्ट बैंक में बढ़ती हिंसा के बीच बदलाव का हवाला देते हुए फरवरी में अपनी सरकार के साथ इस्तीफा दे दिया था। फिलिस्तीनी राष्ट्रपति अब्बास के ऊपर पीए में सुधार करने के लिए अमेरिका का दबाव है। वाशिंगटन चाहता है कि इजरायल-हमास के बीच जंग समाप्त होने पर पीए को गाजा का शासन संभालने की जिम्मेदारी दी जाए। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पिछले महीने ही इस क्षेत्र के लिए एक नजरिया प्रस्तुत किया था, लेकिन उसमें पीए के लिए किसी भूमिका की बात नहीं कही गई थी।मुस्तफा की नियुक्ति के लिए गुरुवार को जारी राष्ट्रपति के आदेश में कहा गया कि उनकी प्राथमिकताओं में गाजा में मानवीय राहत प्रयासों का नेतृत्व करना और युद्ध के दौरान जो नष्ट हो गया है उसका पुनर्निर्माण करना शामिल है। अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त फिलिस्तीनी प्राधिकरण पर फतह पार्टी का प्रभुत्व है। वेस्ट बैंक में सीमित प्रशासन संभालने वाले पीए को साल 2007 में हमास से हार के बाद गाजा को छोड़ना पड़ा था। अब जंग के बीच फतह और हमास के बीच इस सप्ताह में बातचीत के लिए मुलाकात की संभावना है।कौन हैं फिलिस्तीन के नए पीएम मुस्तफा?1954 में जन्में फिलिस्तीन के नए प्रधानमंत्री मोहम्मद मुस्तफा ने अमेरिका जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की है। 69 वर्षीय मुस्तफा 2013 से 2014 तक फिलिस्तीन के उप प्रधानमंत्री रहे हैं। इसके साथ ही वे विश्व बैंक में वरिष्ठ पद पर काम कर चुके हैं। साल 2015 में राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने मुस्तफा को फिलिस्तीनी इनवेस्ट फंड (PIF) का अध्यक्ष नियुक्त किया था। पीआईएफ के पास फिलिस्तीनी क्षेत्र में लगभग 1 अरब डॉलर की संपत्ति और फंड परियोजनाएं हैं। एक दशक पहले 2014 में उन्होंने इजरायल और हमास के बीच सात हफ्तों तक चले युद्ध के बाद गाजा के पुनर्निर्माण के गठित कमेटी का नेतृत्व किया था। नियुक्ति पर अमेरिका ने क्या कहा?व्हाइट हाउस ने मुस्तफा की नियुक्ति का स्वागत किया और जल्द से जल्द “सुधार कैबिनेट” के गठन की अपील की है। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा, “फिलिस्तीनी क्षेत्र में विश्वसनीय और दूरगामी सुधारों की नीतियों और उन्हें लागू करने के लिए इस नई सरकार के साथ उम्मीद से देख रहा है।”