FIFA World Cup 2022 के आयोजन के लिए जानें कितने रुपये हुए हैं खर्च, अबतक का है सबसे महंगा और विवादित टूर्नामेंट

फीफा विश्व कप 2022 का आयोजन कतर में सफल तरीके से किया जा रहा है। कतर में विश्व कप का आयोजन कुल 29 दिनों तक होगा। मगर इस 29 दिनों के सफल आयोजन के लिए कतर ने तैयारी 12 वर्ष पहले ही शुरू कर दी थी। इस विश्व कप के लिए होटल, स्मार्ट सिटी, एयरपोर्ट, मेट्रो लाइन और सबसे जरूरी स्टेडियमों का निर्माण किया गया है, जिसके लिए कतर को पूरे 12 वर्षों का समय लगा है।  विश्व कप में 32 टीमों के साथ टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है। इस आयोजन के लिए कतर में लगभग 100 से अधिक सुविधायुक्त होटलों का निर्माण किया गया है, जहां पर्यटक से लेकर टीमों के रुकने की व्यवस्था की गई है। खेलों के सफल आयोजन के लिए कतर में कुल सात नए स्टेडियमों का निर्माण बीते 12 वर्षों के दौरान किया गया है। वहीं इन सभी विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्य में बढ़ोतरी करने के लिए कतर ने काफी बड़ी राशि खर्च की है। कतर ने की सबसे अधिक राशि खर्चजानकारी के मुताबिक कतर में हो रहा विश्व कप अब तक का सबसे अधिक महंगा विश्व कप है। अगर अब तक के सभी विश्व कप के आयोजन में खर्च हुई राशि को जोड़ दिया जाए तो कतर अकेले ही इस विश्व कप में इससे अधिक राशि खर्च कर चुका है। कतर ने इस विश्व कप के आयोजन के लिए कुल 17.9 लाख करोड़ रुपये खर्च किए है। कतर के वित्त मंत्री अली बिन अहमद अल कुरी ने बताया कि फीफा के लिए हर सप्ताह 400 करोड़ की राशि खर्च हुई है। कतर में सात नए स्टेडियम बनाए गए और चार पुराने स्टेडियम का कायाकल्प किया गया। कतर में विश्व कप के सफल आयोजन के लिए 6500 से अधिक मजदूर भी यहां पहुंचे थे। आयोजन के दौरान इनकी भी मौत हुई है। बता दें कि ये मजदूर भारत और नेपाल जैसे देशों से कतर पैसा कमाने की इच्छा से पहुंचे थे। वर्ष 2010 में हुआ था मेजबानी का ऐलानबता दें कि कतर को विश्व कप 2022 की मेजबानी वर्ष 2010 में सौपी गई थी। दो दिसंबर 2010 को ज्यूरिख के फीफा हेडक्वार्टर में होस्ट देश का ऐलान किया गया था। इस नाम का ऐलान फीफा के प्रेसिडेंट सैप ब्लेटर ने किया था। वर्ष 2018 की मेजबानी रूस और 2022 की मेजबानी कतर को मिली थी। बता दें कि वर्ष 2022 विश्व कप की मेजबानी की रेस में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान, साउथ कोरिया भी कतर के साथ थे। मगर अंत में अमेरिका को पछाड़ कर कतर को मेजबानी मिली थी। अमेरिका के समर्थन में कुल आठ जबकि कतर के समर्थन में कुल 14 मत पड़े थे।  कतर पर लगे थे मेजबानी खरीदने के आरोपकतर को जब मेजबानी मिली तो ये भी काफी विवाद का विषय बना था। फीफा की मेजबानी कतर को मिलने के बाद एक ईमेल वायरल हुआ था जो फीफा के तत्कालीन जनरल सेक्रेटरी के ऑफिस का था। इसमें दावा किया गया था कि कतर ने वर्ल्ड कप की मेजबानी को पैसों के आधार पर खरीदा है। इन आरोप के लगने के बाद फीफा के वाइस प्रेसिडेंट जैक वार्नर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड किया गया था। इस मामले की जांच भी कराई गई थी। हालांकि जांच में वो निर्दोष पाए गए थे। इन देशों ने फीफा के आयोजन के लिए खर्च की ये राशिकतर – 17.9 लाख करोड़ रुपयेरूस – 94.5 हजार करोड़ रुपयेब्राजील – 1.2 लाख करोड़ रुपयेसाउथ अफ्रीका – 29.5 हजार करोड़ रुपयेजर्मनी – 35 हजार करोड़ रुपयेसाउथ कोरिया और जापान – 57 हजार करोड़ रुपयेफ्रांस – 18.7 हजार करोड़ रुपयेअमेरिका – 407 करोड़ रुपये