बेंगलुरु: कर्नाटक में इस बार किसकी सरकार बनेगी, इसकी तस्वीर 13 मई को साफ होगी। हालांकि उससे पहले एग्जिट पोल के नतीजों में अनुमान लगना शुरू हो गया है। कर्नाटक में 1985 के बाद से किसी भी दल की सरकार रिपीट नहीं हुई है। 1985 में जनता दल के रामकृष्ण हेगड़े ने दूसरी बार सरकार बनाई थी। इस बार के एग्जिट पोल के पहले जानिए कि 2018 में विधानसभा चुनाव के बाद हुए एग्जिट पोल में क्या अनुमान लगाए गए थे और वह कितने सटीक साबित हुए थे-2018 में कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों में से 222 सीटों के लिए ही मतदान हुए थे। उस बार कुल 72.13 फीसदी मतदान हुआ था। तब 15 मई 2018 को विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हुए थे जिसमें बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। हालांकि किसी भी दल को बहुमत को नहीं मिला था।चैनलबीजेपीकांग्रेसजेडीएसमाय एक्सिस इंडिया79-92106-11822-30टुडेज चाणक्य112-12090-10031-39सी वोटर्स101-11382-9418-31सीएनएक्स102-11072-7835-39जन की बात95-11473-8232-432018 में कर्नाटक चुनाव संपन्न होने के बाद तमाम एग्जिट पोल ने हंग असेंबली का अनुमान लगाया था। सिर्फ टाइम्स नाउ- टुडेज चाणक्य के एग्जिट पोल ने बीजेपी की सरकार बनने का अनुमान लगाया था। 2018 में एग्जिट पोल के नतीजों के अनुसार ही हंग असेंबली के नतीजे आए थे। बीजेपी को कुल 104 सीटें, कांग्रेस को 78 सीटें और जेडीएस को 37 सीटें मिली थीं। एक सीट बीएसपी को जिसने जेडीएस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था जबकि एक सीट निर्दलीय ने जीती थी। आखिरकार कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई थी।