मां बाप को मार, प्रेमिका का दबाया गला, घर में दफन कर बनाया चबूतरा, फिर उसी पर सोया

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की अदालत ने एक साइको किलर को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. पहले मां-बाप को मौत के घाट उतारने के बाद भोपाल में प्रेमिका संग लिव-इन में रहने वाला हत्यारा उदयन दास अपनी खून की प्यास बुझाने में पीछे नहीं हटा. प्रेमिका उसके चंगुल से आजाद होना चाहती थी, लेकिन साइको किलर ने उसके इरादों को पूरा होने ही नहीं दिया. आधी रात बेडरूम में घुसा और तकिये से प्रेमिका का मुंह दबाया. फिर गला घोंटकर उसके मरने की पुष्टि की. फिर इंग्लिश चैनल पर एक मर्डर मिस्ट्री देख प्रेमिका के शव को बेडरूम में ही दफनाया.
खास बात यह रही कि उसकी कब्र पर ही बिस्तर डाल कर सोता रहा. हत्यारे उदयन दास ने अपने ही मां-बाप को कुछ इसी तरह से तीन साल पहले रायपुर के घर में दफनाया था. हालांकि, जेल में बंद हत्यारे साइको किलर को उम्रकैद की सजा हो गई है. आइए जानते हैं इस किलर की सिलसिलेवार कहानी…
मां-बाप के बाद प्रेमिका का नंबर
रायपुर निवासी भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (भेल) में फोरमैन बीके दास और विंध्याचल भवन में एनालिस्ट इंद्राणी के बेटा उदयन दास की साल 2007 में ऑनलाइन चैटिंग ऐप ऑरकुट पर पश्चिम बंगाल की युवती आकांक्षा से साइको की दोस्ती हुई. इस बीच उदयन दास का मां इंद्राणी और पिता बीके दास से पैसों की डिमांड करने लगा. आए दिन परिवार में झिक-झिक होना शुरू हो गई. साल 2010 में उदयन दास अपना आपा खो बैठा और माता-पिता की गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद दोनों के शव को घर के आंगन में ही दफनाकर उसपर एक पौधा लगाया. फिर मकान बेचकर भोपाल चला गया. साल 2016 में उदयन दास ने प्रेमिका आकांक्षा को भोपाल बुलाया. उसपर भरोसा करके आकांक्षा ने घरवालों से अमेरिका में नौकरी करने का झूठ बोलकर भोपाल पहुंच गई.
सीने पर चढ़कर तकिए से मुंह दबाया, फिर घोंटा
उदयन दास के पास पहुंचते ही आकांक्षा की घरवालों से बातचीत बंद हो गई. ऐसे में आकांक्षा के घरवालों ने गुमशुदगी दर्ज कराई और नंबर ट्रेस कराया गया, एक महीने की जांच के बाद लोकेशन भोपाल की मिली. पुलिस प्रेमी उदयन दास के भोपाल वाले घर पहुंची और उसे गिरफ्तार किया. पूछताछ में उदयन दास ने कबूला कि पहले प्रेमिका अक्सर अपने किसी दोस्त से फोन पर बात करती थी, जो उसे पसंद नहीं था. इसी बात को लेकर आकांक्षा से झगड़ा हो गया था, इस दौरान गुस्से में उसकी हत्या कही योजना बनाई. हत्यारे उदयन दास ने यह भी बताया कि आकांक्षा रात में सो रही थी, तभी बेडरूम में गया और सीने पर बैठकर तकिए से मुंह दबा दिया. उसके बाद गला घोंटकर मार डाला.
वॉकिंग डेथ सीरियल देख ठिकाने लगाई प्रेमिका की लाश
हत्या के बाद दो दिन तक लाश के साथ रहा. इस बीच मर्डर मिस्ट्री पर आधारित एक इंग्लिश चैनल पर वॉकिंग डेथ सीरियल देखा, तो लाश को ठिकाने लगाने का आइडिया आया. प्रेमिका की लाश से बदबू आने लगी थी. घर में पड़ा एक पुराना संदूक उठाया और उसमें प्रेमिका आकांक्षा का शव ठूंसा. अंदर सीमेंट का घोल भी डाल दिया. उसके बाद एक सीमेंट का चबूतरा बना दिया. उसके बाद उसी पर बिस्तर लगाकर प्रेमिका को याद करता था.