उत्तर प्रदेश के खापों की भी यही चाहत, अखिलेश को छोड़ एनडीए में चले जाएं जयंत चौधरी

मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खाप पंचायतों के प्रभावशाली नेताओं ने राष्ट्रीय लोक दल (RLD) प्रमुख जयंत चौधरी के एनडीए से जाने के संकेतों का समर्थन किया है। दरअसल, पिछले कई दिनों से जयंत चौधरी के भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के साथ संभावित गठबंधन का संकेत मिला है। खाप पंचायतों की ओर से जयंत के कदम को समर्थन दिए जाने को एक बड़े राजनीतिक बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है। इन खापों का समर्थन आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। दूसरी ओर, बलियान खाप के प्रमुख नरेश टिकैत ने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की प्रशंसा की है।शामली में कलखंडे खाप के प्रमुख संजय कलखंडे ने किसानों के कल्याण के लिए चौधरी परिवार की लंबे समय से चली आ रही प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है, जब परिवार ने पाला बदला है, लेकिन उन्होंने हमेशा किसानों के हितों को प्राथमिकता दी है। बटीसा खाप के प्रमुख सूरज मल ने 2020 में हुए किसान विरोध प्रदर्शनों में अपनी सक्रिय भागीदारी पर जोर दिया। किसानों के मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाए जाने की बात कही।पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चीनी बेल्ट में जाट समुदाय के बीच महत्वपूर्ण प्रभाव रखने वाले इन खापों के समर्थन का आगामी चुनावों पर बड़ा दिख सकता है। 2020 में दिल्ली बॉर्डर पर हुए किसान प्रदर्शनों के बाद हो रहे लोकसभा चुनाव को लेकर पश्चिमी यूपी में भाजपा अलग तैयारी कर रही है। किसान नेता चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न की घोषणा के बाद इस क्षेत्र का राजनीतिक समीकरण बदलता दिख रहा है।दूसरी तरफ, बलियान खाप के प्रमुख और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने चौधरी चरण सिंह के योगदान को मान्यता देने के लिए सरकार की प्रशंसा की। हालांकि, किसान नेता राकेश टिकैत ने सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने के राजनीतिक महत्व को कम करके आंका। हालांकि, उन्होंने कहा है कि चुनाव के समय में सभी दल अपने- अपने तरीके से वोट पाने का प्रयास कर रहे हैं। सरकार और विपक्ष दोनों इस प्रयास में है। जनता को इस मामले में फैसला करना है। (शामली में सचिन शर्मा और आगरा में मोहम्मद दिलशाद के इनपुट के साथ)