महाराष्ट्र के आतंकवाद-रोधी दस्ते ने बुधवार को केरल में एक एक्सप्रेस ट्रेन में आगजनी की घटना के सिलसिले में 27 वर्षीय एक व्यक्ति को पकड़ा। इस घटना में तीन लोग मारे गए थे। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने दावा किया कि संदिग्ध ने अपराध में अपनी संलिप्तता को “कबूल” किया है।
उन्होंने कहा कि यह केंद्रीय खुफिया और आतंकवाद रोधी दस्ते के कर्मियों का एक संयुक्त अभियान था, जिसने महाराष्ट्र के रत्नागिरी रेलवे स्टेशन से शाहरुख सैफी के रूप में पहचाने जाने वाले संदिग्ध को पकड़ा था।
एटीएस अधिकारी ने कहा, “जांच से पता चला कि सैफी ने रत्नागिरी (मुंबई से लगभग 440 किमी) में जिला सिविल अस्पताल से इलाज कराया था और रेलवे स्टेशन से जब उसे पकड़ा गया तब वह वह भागने की कोशिश कर रहा था। उसने वारदात में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली है।”
अधिकारियों ने सैफी के कब्जे से एक पैन कार्ड,आधार कार्ड, एटीएम कार्ड और मोबाइल फोन सहित दस्तावेज जब्त किए।
अपराध के पीछे का मकसद अभी स्पष्ट नहीं है।
अधिकारी ने कहा कि सैफी को रत्नागिरी पहुंचे केरल पुलिस के अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया गया। उन्होंने बताया कि आरोपी दिल्ली की शाहीन बाग का रहने वाला है।
पुलिस ने कहा कि पिछले रविवार को अलप्पुझा-कन्नूर एक्जीक्यूटिव एक्सप्रेस ट्रेन में एक अज्ञात व्यक्ति ने एक यात्री पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर उसे आग के हवाले कर दिया था। इस घटना में कुल नौ लोग झुलस गए थे जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है।
घटना के बाद एक महिला, पुरुष तथा एक बच्चा लापता हो गये थे जिनके शव रविवार देर रात रेल की पटरी पर मिले थे।