केरल कैडर के 1989 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी नितिन अग्रवाल ने बुधवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के नये महानिदेशक के रूप में कार्यभार संभाल लिया। पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ लगती भारत की सीमाओं की रक्षा का जिम्मा बीएसएफ पर है।
बीएसएफ के कार्यवाहक महानिदेशक एस एल थाउसेन ने लोधी रोड पर सीजीओ परिसर स्थित सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) मुख्यालय में अग्रवाल को बल की औपचारिक बैटन सौंपी।
अग्रवाल इससे पहले अपने कैडर राज्य केरल के अलावा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी)। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) जैसे विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) में काम कर चुके हैं।अभी वह सीआरपीएफ के अतिरिक्त महानिदेशक (संचालन) के रूप में कार्यरत थे।
मध्य प्रदेश कैडर के 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी थाउसेन सीआरपीएफ के महानिदेशक हैं और 2.65 लाख कर्मियों वाले बीएसएफ का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे।
अग्रवाल बीएसएफ के 31वें महानिदेशक हैं, जिसकी स्थापना एक दिसंबर, 1965 को की गई थी। उनके पास आईआईटी दिल्ली से बी.टेक और एम.टेक की डिग्री के साथ ही पंजाब विश्वविद्यालय से सामाजिक विज्ञान में एम.फिल की डिग्री भी है। अधिकारियों ने बताया कि नये महानिदेशक जवानों और अधिकारियों की शिकायतों को हल करने में व्यक्तिगत रुचि लेने के लिए जाने जाते हैं और वह अक्सर उन्हें व्यक्तिगत रूप से फोन करते हैं और यहां तक कि वह राज्य के प्राधिकारियों को भी फोन करते हैं जो कर्मियों को उनके गृहनगर में उनकी समस्याओं को हल करने में मदद कर सकते हैं।कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी)ने रविवार रात जारी एक आदेश में अग्रवाल को बीएसएफ महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया था। आदेश के अनुसार उनकी नियुक्ति कार्यभार संभालने से लेकर 31 जुलाई 2026 तक के लिए होगी, जब वह सेवानिवृत्त होंगे।
पंकज कुमार सिंह के 31 दिसंबर, 2022 को सेवानिवृत्त होने के बाद पांच महीने से अधिक समय से बीएसएफ प्रमुख का पद रिक्त था।