केदारनाथ धाम में जल्द ही 60 क्विंटल की भव्य कांस्य ‘ओम’ की मूर्ति स्थापित की जाएगी। बाबा केदारनाथ धाम के गोल्ड प्लाजा में बाबा केदारनाथ के धाम स्थित गोल प्लाजा में 60 क्विंटल कांस्य ओम प्रतिमा स्थापित करने का ट्रायल किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजनरी प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ धाम के सौंदर्यीकरण का काम तेजी से चल रहा है। प्रथम चरण के रूप में मंदिर मार्ग एवं वृत्ताकार चौक का निर्माण किया गया। मंदिर परिसर का भी विस्तार किया गया। केदारनाथ धाम के गर्भगृह, दीवारों और छत को सोने की 550 परतों से सजाया गया था। इसे भी पढ़ें: Aryan Khan Case: समीर वानखेड़े को अगली सुनवाई तक राहत, कोर्ट ने CBI से 3 जून तक जवाब दाखिल करने को कहा 16 मई 2023 को उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि भगवान आशुतोष के द्वादश ज्योतिर्लिंग केदारनाथ के गोल प्लाजा में 60 क्विंटल वजनी कांस्य ओम (ऊँ) की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी। जिलाधिकारी ने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और लोक निर्माण विभाग ने हाइड्रा मशीन की मदद से राउंड प्लाजा में आकृति स्थापित करने का ट्रायल किया, जो पूरी तरह सफल रहा। जल्द ही इसे स्थायी रूप से स्थापित कर दिया जाएगा।बाबा केदार के धाम में स्थापित होने के लिए 60 क्विंटल वजनी कांस्य का भव्य ऊं 🚩🚩🚩जय हो बाबा केदार 🙏#OM #kedarnathdham #kedarnathtemple #kedarnath #KedarnathYatra2023 #kedarnathyatra #omnamahshivaya #lordshiva #lordshivatemple #shivji pic.twitter.com/ka2P9nUAM0— Jai Bhagwan Goyal (@JaiBhagwanGoyal) May 18, 2023 मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ को सुरक्षित करने के साथ ही भव्य रूप से सजाया जा रहा है। धाम में इन दिनों दूसरे चरण का काम जोरों पर चल रहा है। पहले चरण में मंदिर परिसर के विस्तार के साथ-साथ मंदिर रोड और गोल प्लाजा का निर्माण किया गया। मंदिर से करीब 250 मीटर पहले संगम के ठीक ऊपर केदारनाथ के गोल प्लाजा में ओम की प्रतिमा स्थापित की जा रही है। ओम की आकृति स्थापित होने से केदारनाथ गोल प्लाजा की भव्यता और भी बढ़ जाएगी। इसे भी पढ़ें: शाहरुख खान से 25 लाख की रंगदारी मांगने के आरोपी समीर वानखेड़े को आठ जून तक गिरफ्तारी से राहत गुजरात के बड़ौदा में 60 क्विंटल वजनी ओम की कांस्य प्रतिमा बनाई गई है।ॐ के आकार को पूरी तरह से सुरक्षित करने के लिए चारों तरफ से तांबे से वेल्डिंग की जाएगी। साथ ही बीच के हिस्से के साथ-साथ किनारों को भी सुरक्षित रखा जाएगा ताकि बर्फबारी से इसे नुकसान न हो। एक सप्ताह में ओम की आकृति स्थायी रूप से स्थापित हो जाएगी।