Karnataka: ईश्वरप्पा के बेटे को नहीं मिला टिकट, क्या नाराज हैं पूर्व डिप्टी सीएम, जानें भाजपा नेता ने क्या कहा

कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन की प्रक्रिया अपने आखिरी दौर में है। भाजपा ने अपनी चौथी और अंतिम सूची जारी कर शिमोगा और मानवी विधानसभा सीट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की। भाजपा ने शिमोगा से चन्नाबसप्पा को टिकट दिया है। पार्टी ने मौजूदा विधायक एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा के परिवार से किसी सदस्य को टिकट नहीं दिया। माना जा रहा है कि ईश्वरप्पा भाजपा से नाराज है। इन सब के बीच ईश्वरप्पा का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी से नाराज नहीं हूं… जो बीजेपी छोड़ चुके हैं उन्हें वापस लाना है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हमें उन्हें भाजपा में वापस लाना है जो हमारी पार्टी से नाराज हैं और कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।  इसे भी पढ़ें: Congress MP Imran Pratapgarhi पर Atiq Ahmed की तारीफ करने और हिंदू विरोधी भाषण देने का लगा आरोपइसके साथ ही पूर्व डिप्टी सीएम ने दावा किया कि बीजेपी जीतेगी और पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। लिंगायत समाज की नारज़गी के सवाल पर भाजपा नेता ने कहा कि लिंगायत (लिंगायत समुदाय से उम्मीदवार) खड़ा है इसलिए लिंगायत हमें वोट दें हम ऐसा नहीं कहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग हिंदुत्ववादी हैं वह भाजपा को वोट दें चाहे फिर वह लिंगायत, कुरबा, ब्राह्मण हो। उन्होंने आरोप लगाया कि लिंगायत का कार्ड खेलकर कांग्रेस जाति-जाति को अलग कर चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है।  इसे भी पढ़ें: Karnataka Election 2023: लिंगायत समुदाय को साधने के लिए हुबली धारवाड़ सीट से आमने-सामने आए गुरु-शिष्यगौरतलब है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री ईश्वरप्पा ने चुनावी राजनीति से संन्यास लेने की अपनी इच्छा से हाल में पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व को अवगत कराया था और शिमोगा सीट से उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाने पर विचार करने का अनुरोध किया था। बताया जा रहा है कि शिमोगा सीट से पांच बार विधायक निर्वाचित हुए ईश्वरप्पा ने पार्टी से अपने बेटे के. ई. कांतेश के लिए टिकट की मांग की थी। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं विधानपरिषद सदस्य (एमएलसी) अयानूर मंजूनाथ पहले इस सीट से टिकट की दौड़ में थे, लेकिन उन्होंने आज पार्टी छोड़कर जद(एस) का दामन थाम लिया।