कर्नाटक में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। बता दें कि 10 मई को वोटिंग होगी और 13 मई को रिजल्ट घोषित किया जाएगा। इस दौरान चुनाव के लिए सबसे ज्यादा नामांकन सत्तारुढ़ दल बीजेपी ने किया है। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के पूर्व एमएलसी नागराज छब्बी ने भाजपा का दामन थाम लिय़ा था। बता दें कि बीजेपी के प्रति वफादारी बदलने वाले नागराज छब्बी को भाजपा ने धारवाड़ जिले के कलघाटगी निर्वाचन क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारा है।भाजपा की अहम सीटऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या नागराज को वहां से चुनावी मैदान में उतारकर क्या भगवा पार्टी सीट बरकरार रखने में कामयाब हो पाएंगी। बता दें कि हुबली के रहने वाले नागराज छब्बी कलघाटगी सीट के सबसे प्रबल दावेदार रहे हैं। हालांकि कलघाटगी विधानसभा सीट कर्नाटक की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है। यहां पर साल 2018 में भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की थी। वहीं इस बार कांग्रेस ने इस सीट पर फिर से संतोष एस. लाड को चुनावी मैदान में उतारा है।इसे भी पढ़ें: Karnataka Election 2023: लिंगायत समुदाय को साधने के लिए हुबली धारवाड़ सीट से आमने-सामने आए गुरु-शिष्यसाल 2018 में कांग्रेसी नेता को मिली थी हारकर्नाटक के धारवाड़ जिले में कलघाटगी विधानसभा सीट आती है। साल 2018 में कलघटगी में कुल 55 फीसदी वोटिंग हुई थी। कांग्रेस के संतोष को हार से संतोष करना पड़ा था। साल 2018 के चुनावों में भाजपा पार्टी से सीएम निम्बन्नावर के संतोष एस. लाड को करारी शिकस्त दी थी। संदूर के आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र बनने के बाद साल 2008 में लाड बल्लारी जिले में अपने गृहनगर संदूर से चले गए थे।बता दें कि संतोष कलघटगी से चुनाव इसलिए लड़ रहे हैं, क्योंकि परिसीमन के बाद यहां पर मराठा मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या है। संतोष ने निर्वाचन क्षेत्र को धन और मुफ्त उपहारों से भरने के साथ ही कई कार्यों का शुभारंभ भी किया। जिसके चलते उन्हें साल 2008 और 2013 में इस सीट से जीत मिल थी। लेकिन साल 2013 में जीतने के बाद यहां से उनकी अनुपस्थिति हो गई। जिसके कारण साल 2018 में वोटरों ने उन्हें अस्वीकार करते हुए भाजपा से एक स्थानीय मुख्यमंत्री निंबन्नावर का चुना।छब्बी बढ़ा सकते हैं लाड की मुश्किलेंजब संतोष इस क्षेत्र से दूर थे, तो उनकी अनुपस्थिति में कांग्रेसी नागराज छब्बी ने पार्टी कार्यकर्ताओं की देखभाल की। जिस कारण उनकी भी इस क्षेत्र में अच्छी खासी पकड़ बनी हुई है। इसी कारण भाजपा संतोष के सामने छब्बी को चुनावी मैदान में खड़ा कर रही है। खनन बैरन लाड का मुकाबला करने के लिए छब्बी उपयुक्त उम्मीदवार हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, वोटरों के बीच छब्बी का व्यक्तिगत दबदबा और बीजेपी का समर्थन कांग्रेस के उम्मीदवार संतोष एस. लाड के लिए कई चुनौतियां पैदा कर सकता है।