वोटिंग के बाद अब बारी काउंटिंग की है। 10 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले गए थे। अब शनिवार को इसके नतीजे आने हैं। नतीजों को लेकर इंतजार बस कुछ ही घंटों के बाद खत्म हो जाएगा। वोटों की गिनती को लेकर जहां उम्मीदवारों की धड़कनें बढ़ी हुई हैं तो वहीं आम जनता में उत्सुकता और बेचैनी साफ तौर पर देखी जा रही है। शनिवार सुबह 8:00 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी। पहले मत पेटियां खोले जाएंगे। उसके बाद ईवीएम से वोटों की गिनती होगी। कर्नाटक में मुख्य मुकाबला इस बार भाजपा और कांग्रेस के बीच है। भाजपा जहां सत्ता में है तो वहीं कांग्रेस सरकार बनाने को लेकर मजबूती से लड़ाई करती हुई दिखाई दी है। हालांकि, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि जनता दल सेक्युलर एक किंग मेकर की भूमिका में फिर से सामने आ सकती है। इसे भी पढ़ें: Karnataka Election Results से पहले सभी दलों ने बनाई सबसे पहले राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा करने की रणनीतिज्यादातर एग्जिट पोल की बात करें तो कांग्रेस को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में दिखाया गया है। कुछ एग्जिट पोल में उसे पूर्ण बहुमत पर दी गई है। जेडीस के लिए जहां संभावनाएं थोड़ी कम हुई है तो भाजपा को बड़ा झटका लगता हुआ दिखाई दे रहा है। हालांकि, मतगणना से पहले सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के अपने-अपने दावे हैं। वरिष्ठ भाजपा नेता और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई साफ तौर पर कह रहे हैं कि भाजपा एक बार फिर से सत्ता में वापसी करेगी तो वहीं कांग्रेस को अपनी पांच गारांटी पर भरोसा है। कांग्रेस नेता साफ तौर पर कह रहे हैं कि इस बार उनकी पार्टी की कर्नाटक में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है। कर्नाटक में 224 विधानसभा की सीटें हैं जहां 2600 से ज्यादा उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। 10 मई को यहां 73.19% मतदान दर्ज किया गया था। इसे भी पढ़ें: ‘Karnataka में होगी कांग्रेस की जीत’, जयराम रमेश बोले- हमने स्थानीय मुद्दे पर लड़ा चुनाव, सुरजेवाला का भाजपा पर तंजराज्य के मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता बसवराज बोम्मई, कांग्रेस नेता सिद्धरमैया और डी के शिवकुमार तथा जद (एस) के एच डी कुमारस्वामी सहित कई अन्य बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। मतगणना राज्य भर के 36 केंद्रों में शुरू होगी और चुनाव अधिकारी उम्मीद जता रहे हैं कि राज्य के भावी राजनीतिक परिदृश्य की तस्वीर दोपहर तक स्पष्ट हो जाएगी। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए राज्य भर में, विशेषकर मतगणना केंद्रों के अंदर और आसपास सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को चुनाव में 73.19 प्रतिशत का ‘‘रिकॉर्ड’’ मतदान दर्ज किया गया था। ऐसे में जब ज्यादातर ‘एग्जिट पोल’ में कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़े मुकाबले का पूर्वानुमान जताया गया है, दोनों दलों के नेता नतीजों को लेकर बेचैन लग रहे हैं, जबकि जद(एस) त्रिशंकु जनादेश की उम्मीद लगा रहा है ताकि उसे सरकार गठन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने का मौका मिल सके।