
कंझावला कांड: पुलिस की जांच में क्या पता चला?
दिल्ली पुलिस के हाथ कम से कम 6-7 सीसीटीवी फुटेज लगे हैं। इनमें कार और लड़कियों की मूवमेंट्स दर्ज है। एक फुटेज में लड़की रात 1.52 बजे स्कूटी पर दिख रही है। पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी दूसरे कैरिज-वे पर होने की वजह से दो-दो परमानेंट पुलिस पिकेट्स से बच गए। उनकी रफ्तार लगातार 40-50 किलोमीटर प्रतिघंटा के बीच रही। अपने कैरिज-वे पर पिकेट से ठीक पहले उन्होंने यू-टर्न लिया। कार चला रहा दीपक इलाके के रास्तों और पुलिस की मौजूदगी से परिचित था और करीब 90 मिनट तक कार दौड़ाता रहा।
कितना तेज म्यूजिक था जो कुछ सुनाई नहीं दिया?दिल्ली पुलिस ने कार सवार
के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और 120बी (आपराधिक साजिश) लगाई है। पांचों पुलिस कस्टडी में हैं। उन्हें तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस उनकी मदद से सीन रीक्रिएट करा रही है। पुलिस यह समझना चाहती है कि कैसे उन्हें कार में तेज म्यूजिक की वजह से कुछ सुनाई नहीं दिया। इसके लिए एक डमी का इस्तेमाल किया जाए। अधिकारियों के अनुसार, कार का मेकेनिकल और फोरेंसिक एग्जामिनेशन भी होगा ताकि यह कन्फर्म हो सके कि आरोपियों के दावे सही हैं।
सोमवार को सोशल मीडिया पर पीड़िता की हालत दिखाता वीडियो वायरल हो गया। इससे आशंकाओं को जन्म मिला कि पीड़िता के साथ दुष्कर्म हुआ है। दिल्ली सरकार के बनाए मेडिकल बोर्ड ने सोमवार को पीड़िता की अटॉप्सी की। पीड़िता के साथ यौन शोषण रूटआउट करने के लिए पुलिस को अटॉप्सी रिपोर्ट का इंतजार है।
PM रिपोर्ट के आधार पर बढ़ सकती हैं धाराएंस्पेशल सीपी (लॉ एंड ऑर्डर) सागर प्रीत हुड्डा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों के खिलाफ धाराएं जोड़ी जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि पीड़िता के परिवार को जांच पर सारे अपडेट दिए जा रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा से घटना की विस्तृत जांच के बाद रिपोर्ट सौंपने को कहा है। गृह मंत्री अमित शाह ने अरोड़ा से फोन पर बात भी की। एलजी वीके सक्सेना ने भी जांच की समीक्षा की है।