चेन्नै : 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान में ट्रायंगल मुकाबला होने की संभावना है। अभी तक हुए ओपिनियन पोल के मुताबिक तमिलनाडु में कांग्रेस-डीएमके, बीजेपी और एआईडीएमके के बीच कड़ी टक्कर होगी। इस हालात का फायदा डीएमके को मिल सकता है। जयललिता के निधन के बाद एआईडीएमके गुटबाजी से जूझ रही है। पार्टी ने बीजेपी से भी अपना गठबंधन तोड़ लिया है। इस बदले समीकरण में भी एक्टर से राजनेता बने कमल हसन ने 2024 लोकसभा चुनाव में किसी भी गठबंधन में शामिल होने से इनकार किया है। एमएनएम की सातवीं वर्षगांठ समारोह में उन्होंने कहा कि अभी दलगत राजनीति को छोड़कर देश के बारे में सोचने की जरूरत है। जो भी पार्टी या गठबंधन देश के बाद निस्वार्थ भाव से सोचेगा, उनकी पार्टी उसका हिस्सा बनेगी। हम सामंती राजनीति का हिस्सा नहीं बनेंगे। इस बीच चुनाव आयोग ने मक्कल निधि मय्यम को बैटरी-टार्च चुनाव चिह्न आवंटित किया है। लोकसभा चुनाव के दौरान एमएनएम अपने कैंडिडेट उतारेगी। हालांकि अभी तय नहीं है कि मक्कल निधि माइम कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी। दो चुनावों में नहीं खुला एमएनएम का खाता, कमल हासन भी चुनाव हारेकमल हासन ने 2018 में मक्कल निधि माइम (एमएनएम) की स्थापना की थी। इसके बाद उनकी पार्टी दो चुनाव लड़ी, मगर न तो लोकसभा और न ही विधानसभा में एमएनएम का खाता खुला। 2019 में उन्होंने अपनी पार्टी के टिकट पर 37 कैंडिडेट उतारे थे, मगर एक भी प्रत्याशी जीत नहीं सका। एमएनएम को 1,613,708 यानी सिर्फ 0.40 फीसदी वोट मिले थे। पिछले चुनाव के दौरान तमिलनाडु के 4 करोड़ 20 लाख 83 हजार 544 लोगों ने विभिन्न दलों के लिए वोटिंग की थी। चेन्नई, कोयंबटूर और मदुरै में पार्टी ने 8 फीसदी से 12 फीसदी वोट हासिल किए थे। 2021 के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में कमल हासन ने 180 सीटों पर प्रत्याशी उतारकर डीएमके, कांग्रेस और एआईडीएमके को चुनौती दी। उनके अधिकतर प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। उनकी पार्टी एमएनएम को लोकसभा चुनाव से भी चार लाख कम वोट मिले। विधानसभा चुनाव में उनके 180 कैंडिडेट को 1,210,667 वोट मिले थे। खुद कमल हासन कोयंबटूर साउथ सीट से बीजेपी कैंडिडेट वान्थी श्रीनिवासन से हार गए। अपनी हार को कमल हासन ने लोकतंत्र की विफलता बताया था। उन्होंने कहा कि 2021 के विधानसभा चुनाव के दौरान कोयंबटूर साउथ के 90 हजार लोगों ने वोट नहीं डाले थे। भारत के नागरिक के तौर पर ऐसे लोगों को खुद से सवाल पूछना चाहिए कि क्या वोट नहीं देना सही फैसला था। अगर लोकतंत्र में लोग वोट नहीं डालेंगे तो ईमानदार कैंडिडेट कभी चुनाव जीत पाएगा। बता दें कि पुडुचेरी विधानसभा चुनाव में भी मक्कल निधि माइम (एमएनएम) का बुरा हाल रहा। 22 सीटों पर चुनाव लड़ने के बाद भी पार्टी को 15835 वोट मिले थे। विवादित बयान के लिए भी चर्चित रहे कमल हासन2019 में कमल हासन हिंदू आतंकवादी वाले बयान को लेकर सुर्खियों में आए थे। उन्होंने कहा था कि भारत का पहला आतंकवादी हिंदू था। तमिलनाडु के अरवाकुरिची में उन्होंने नाथूराम गोडसे को आजाद भारत का पहला आतंकवादी कहा था।2022 में ही साउथ सिनेमा के निर्माता निर्देशक मणि रत्नम की फिल्म पोन्नियिन सेल्वन 1 पर हुए विवाद के दौरान हिंदू शब्द पर सवाल खड़े किए थे। कमल हासन ने कहा था कि राजा चोल हिंदू नहीं थे क्योंकि उस दौर में हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं था।दिसंबर 2022 में उन्होंने हिंदी भाषा को लेकर विवादित बयान दिया था। कमल हासन ने कहा था कि भाषाओं को सीखना और इस्तेमाल करना लोगों की पर्सनल चॉइस है। हिंदी का विकास करना और इसे थोपना अज्ञानता है। अगर हिंदी थोपने की कोशिश की गई तो इसका विरोध किया जाएगा।इसके अलावा पुलवामा अटैक के बाद कश्मीर में जनमत संग्रह कराने वाला बयान देकर कमल हासन आलोचना का शिकार बने थे। उन्होंने एक इंटरव्यू में पीओके को आजाद कश्मीर बताया था। साथ ही कश्मीर में जनमत संग्रह कराने की वकालत की थी।2023 में जब तमिलनाडु के सीएम स्टालिन के बेटे उदयनिधि सनातन पर विवादित बयान दिया तो कमल हासन उनके समर्थन में आ गए। अभिनेता ने कहा था कि तमिलनाडु को सनातन धर्म के बारे में पेरियार से पता चला। इस पर बच्चे को क्यों निशाना बनाया जा रहा है।