मिजोरम के मुख्य विपक्षी दल जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेपीएम) ने सोमवार को लुंगलेई नगरपालिका परिषद (एलएमसी) की सभी 11 सीट पर जीत दर्ज करके सत्ताधरी एमएनफ को तगड़ा झटका दिया है।
जेपीएम को कुल मतदान का 49.31 फीसदी हिस्सा मिला, जबकि सत्ताधारी मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) को केवल 29.4 फीसदी वोट मिले।
वर्ष 2017 में इसके गठन के बाद से यह पहला मौका है जब किसी स्थानीय निकाय चुनाव में जेपीएम ने बहुमत हासिल किया है।मिजोरम विधानसभा चुनाव में जेपीएम के छह सदस्य हैं, जबकि एमएनएफ के पास 28 विधायक और कांग्रेस के पास पांच विधायक हैं।भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का एक विधायक है।
11 सदस्यीय परिषद के लिए चुनाव 29 मार्च को हुआ था। इसकी 11 सीट में से चार सीट महिलाओं के लिए आरक्षित थी। इस चुनाव में कुल 42 उम्मीदवार मैदान में थे जिनमें 16 महिला उम्मीदवार थीं।
मुख्यमंत्री जोरमथांगा की अगुवाई वाली एमएनएफ, जेपीएम और कांग्रेस ने सभी 11 सीट पर अपने-अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन भाजपा ने केवल नौ सीट पर उम्मीदवार उतारे थे।
जेपीएम अध्यक्ष लल्लियांसावता ने सोमवार को कहा कि जनादेश से साफ हो गया है कि जनता मौजूदा सियासी तंत्र में परिवर्तन चाहती है।
लल्लियांसावता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘एलएमसी चुनाव में भारी जीत और हमे मिला जनादेश स्पष्ट रूप से संकेत देता है कि हमारी पार्टी नये तंत्र की आंकाक्षा की अगुवाई कर रही है।’’ एलएमसी का गठन वर्ष 2022 में किया गया था।
मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने पहले एलएमसी चुनाव में सफल मतदान के लिए लुगलेई के लोगों को बधाई दी।