राजशेखर झा, नई दिल्ली: अतीक-अशरफ के शूटर्स ने जिगाना पिस्टल से हत्या को अंजाम दिया। बेहद गरीब परिवार से आने वाले शूटर्स के पास इतनी महंगी पिस्टल कहां से आई, यूपी पुलिस यह पता करने में लगी है। तुर्की में बनने वाली जिगाना पिस्टल खरीद पाना सबके बस की बात नहीं। 4 से 7 लाख रुपये कीमत वाली जिगाना के लिए गैंगस्टर 10-12 लाख रुपये चुकाने को भी तैयार हो जाते हैं। दिल्ली के टॉप गैंगस्टर्स को भी जिगाना पिस्टल खूब पसंद है। कुछ साल पहले जब गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने जितेंदर गोली (अब मृत) से हाथ मिलाया तो दोस्ती की निशानी के रूप में एक जिगाना पिस्टल दी। ये कभी जाम नहीं होतीं। जिगाना पिस्टल से एक ही बार में 15-17 राउंड फायर कर सकते हैं। गोगी इससे बड़ा इम्प्रेस हुआ। उसने ढेर सारी जिगाना पिस्टल मंगवाने का ऑर्डर दे दिया। एक वक्त तो गोगी जिगाना पिस्टल के लिए पागल सा हो गया था। उसने अपने गुर्गों को बोला कि रंगदारी से आई रकम का बड़ा हिस्सा जिगाना पिस्टल खरीदने में खर्च किया जाए। मार्च 2020 में जब दिल्ली पुलिस ने गोगी और उसके गुर्गों को पकड़ा तो उनके पास से तीन जिगाना पिस्टल मिलीं। यह पहली बार था जब दिल्ली पुलिस को खबर लगी कि गैंगस्टर्स के पास मेड इन तुर्की पिस्टल पहुंच रही हैं। पिछले कुछ सालों में पुलिस ने दिल्ली के कई गैंगस्टर्स के पास से यह पिस्टल सीज की है।जिगाना पिस्टल क्या हैजिगाना पिस्टल को तुर्की में बनाया जाता है। इनकी कीमत 4 से 7 लाख रुपये के बीच पड़ती है।ज्यादातर जिगाना पिस्टल को बॉर्डर पार से स्मगल करके लाई जाती हैं। पंजाब के हथियार तस्करों के पास यह बहुतायत में है।2020 में ISI ने इसे गैंग्स को सप्लाई करना शुरू किया। दिल्ली के गैंगस्टर्स के पास भी मिली। जिगाना पिस्टल की खासियतये लॉक्ड ब्रीच, शॉर्ट-रिकॉइल ऑपरेटेड वेपंस की कैटेगरी में आती हैं। इनमें मॉडिफाइड ब्राउनिंग-टाइप लॉकिंग सिस्टम होता है।ट्रिगर यूनिट डबल-एक्शन टाइप होती है। एक्सपोज्ड हैमर और स्लाइड-माउंटेड सेफ्टी होती है।जिगाना पिस्टल में एक ऑटोमेटिक फायरिंग पिन ब्लॉक और थ्री-डॉट फिक्स्ड साइट होता है।इसमें डबल-स्टैक मैगजीन रखी जा सकती हैं। स्टैंडर्ड की क्षमता 15 राउंड और एक्सटेंडेड की क्षमता 17 राउंड्स की है।जिगाना पिस्टल क्यों है गैंगस्टर्स की पसंदआखिर गैंगस्टर्स के बीच जिगाना पिस्टल की इतनी पूछ क्यों है? पुलिसवालों के अनुसार यह पिस्टल न सिर्फ महंगी है, बल्कि इन्हें हासिल करना भी मुश्किल है। गोगी को अरेस्ट करने वाली टीम में रहे एक पुलिसकर्मी ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘इन दिनों क्राइम सिंडिकेट्स के बीच ऐसे हथियार इस्तेमाल करना स्टेटस सिंबल बन गया है। उन्हें लगता है कि इससे न सिर्फ उनका कद बढ़ता है, बल्कि ताकतवर और कनेक्टेड होने का अहसास होता है।’स्पेशल सेल के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि इन पिस्टल को केवल टॉप गैंगस्टर्स ही खरीद सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘ब्लैक मार्केट में गैंगस्टर्स जिगाना पिस्टल के लिए 10-12 लाख रुपये तक खर्च करते हैं। यह सिर्फ शो-ऑफ की बात नहीं है। जिस तरह ये वेपन फायर करते हैं, गैंगस्टर्स शायद उससे खिंचे जाते हैं।’ क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने कहा, ‘ये (जिगाना पिस्टल) जाम या लॉक नहीं होती और एक बार में 15-17 राउंड फायर कर सकती हैं, यानी पैसा वसूल हो जाता है।’दिल्ली पुलिस ने कब-कब पकड़ी जिगाना पिस्टलजनवरी 2022 में गोगी गैंग के शूटर करमवीर को जिगाना पिस्टल और 20 जिंदा कारतूस के साथ पकड़ा गया।अक्टूबर 2021 में गोगी-बिश्नोई गुट के चार शूटर 9 पिस्टल के साथ पकड़े गए। इनमें जिगाना भी थी। 123 कारतूस भी मिले।अप्रैल 2021 में लॉरेंस बिश्नोई-काला जठेड़ी गैंग के पांच शूटर्स पकड़े गए। इनके पास से दो जिगाना पिस्टल मिलीं।नवंबर 2020 में गैंगस्टर हाशिम बाबा को जिगाना पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया।मार्च 2020 में जितेंदर गोगी, कुलदीप फज्जा और रोहित मोइ को अरेस्ट किया गया। उनके पास से कम से कम तीन जिगाना पिस्टल मिलीं। भारत में कहां से आती है जिगानापाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI भारत में जिगाना पिस्टल की खेप भेजती है। पंजाब बॉर्डर के जरिए इन्हें कभी ड्रोन से गिराया जाता है तो कभी ड्रग्स के साथ भेजा जाता है। कई बार नेपाल के रास्ते भी जिगाना पिस्टल भारतीय गैंगस्टर्स के पास पहुंचती है। फिर इन्हें यूपी, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के गैंगस्टर्स को बेचा जाता है। जिगाना के अलावा गैंगस्टर्स को अमेरिकन मेड Taurus और चीनी स्टार पिस्टल भी खूब भाती है। इनकी स्मगलिंग भी इसी रूट के जरिए होती है।