हमारे देश में भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी मजबूत है, इसके उदाहरण हमें लगातार मिलते रहे हैं। लेकिन भ्रष्टाचार के जरिए देश की सुरक्षा पर भी खतरा पहुंच सकता है। क्या ये आपको पता है। हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि एक रिपोर्ट के मुताबिक दो पाकिस्तानी नागरिक भारतीय सेना में काम करते हैं। इनके नाम जयकांत कुमार और प्रद्युम्न कुमार है। कथित तौर पर बताया जा रहा है कि यह दोनों पाकिस्तान से भारत आए। उसके बाद इन्होंने फर्जी दस्तावेज बनवाएं और फिर भारतीय सेना में शामिल हुए। इसमें दावा किया जा रहा है कि इस तरह का काम करने के लिए एक बड़ा गिरोह देश में सक्रिय है। फिलहाल यह मामला कोलकाता हाईकोर्ट के समक्ष आया है। इसमें भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। फिलहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए सीआईडी जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। इसे भी पढ़ें: Jan Gan Man: क्यों कराया जाता है धर्म परिवर्तन? कैसे भारत में एक लाख करोड़ रुपए का कारोबार बन गया जबरन धर्म परिवर्तन?दावा किया जा रहा है कि वे दोनों ISI के आदमी हो सकते हैं। हालांकि बड़ा सवाल यही है कि इस तरह के कामों में जो लोग शामिल हैं, उनको कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए कौन सामने आएगा। इस तरह के दोषियों को किस कानून के तहत जल्द से जल्द सजा मिले, इसके लिए आवाज कौन उठाएगा। इसी को लेकर हमने बात की है प्रसिद्ध अधिवक्ता और भारत के पीआईएल मैन के रूप में विख्यात अश्विनी उपाध्याय से। अश्विनी उपाध्याय ने क्या कहाअश्विनी उपाध्याय ने कहा कि भ्रष्टाचार हमारे लिए कैंसर जैसा है। सनातन धर्म के लिए यह कैंसर जैसा है। दो पाकिस्तानी आए, इन्होंने पैसा दिया, आधार बनवा लिया। पैसों से राशन कार्ड, बर्थ सर्टिफिकेट बनवा लिया। पैसा देकर ही ड्राइविंग लाइसेंस बना लिया, वोटर आईडी बनवा लिया। लेकिन बड़ा सवाल यही है कि आखिर यह पैसा किसको दिया। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या पता पैसा देकर वे दोनों सेना में भर्ती हो गए हो। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की वजह से ही पाकिस्तान ही नहीं बल्कि बांग्लादेश और म्यांमार के लोग भी भारत में आते हैं। भ्रष्टाचार के जरिए ही घुसपैठ को बढ़ावा दिया जाता है। रोहिंग्या घुसपैठिए भी यही कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि भारत के अंदर जो मजारे बनती हैं, थानेदार को 1 दिन में लाखों लाखों रुपए मिल जाते हैं और वे मजाले बनवाने देते हैं। इसे भी पढ़ें: Jan Gan Man: सावधान ! धर्मांतरण के खिलाड़ी Online Game खिलाते खिलाते आपके बच्चों को कबूल करवा रहे हैं इस्लामजासूसी का मूल कारण भ्रष्टाचार भारत के पीआईएल मैन के रूप में विख्यात उपाध्याय ने कहा कि जासूसी का मूल कारण भ्रष्टाचार है। पैसे के लिए जासूसी की जाती है। पैसे के लिए लोग फर्जी डॉक्यूमेंट बनवा देते हैं। उन्होंने कहा कि ये जो लोग पैसे लेकर डॉक्यूमेंट बनवा रहे हैं इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि कहीं ना कानून में चूक है। अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि सिंगापुर में फर्जी डॉक्यूमेंट बनवाने पर आजीवन कारावास या फांसी की सजा होती है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में आजादी के बाद से करोड़ों फर्जी दस्तावेज बन चुके होंगे। लेकिन आज तक इस मामले में किसी को सजा ही नहीं हुई सजा नहीं हुई। इसलिए यह भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़ा जारी है। उन्होंने लोगों से देश के नाम एक दिन करने की अपील की और कहा कि आप अपने सांसद से पूछिए कि यह भ्रष्टाचार कब रुकेगा। जो लोग भ्रष्टाचार में शामिल हैं, ऐसे लोगों को सजा देने के लिए कोई सख्त से सख्त कानून कब बनेगा। जो रोहिंग्या देश में बस गए हैं उनकी आदत परसेंट प्रॉपर्टी जप्त करने और उनके खिलाफ सख्त सजा के लिए कानून कब बनेगा। ऐसे तमाम सवाल हैं जो लोगों को अपने सांसदों से पूछना चाहिए।