जेल में जैमर, टीवी में इंटरव्यू… गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की जेल गाथा में जुड़ा नया अध्याय!

पंजाब ही नहीं पूरे देश में दहशत का दूसरा नाम बन चुका गैंगस्टर () एक बार फिर चर्चा में है। इस बार इस खतरनाक गैंगस्टर ने टीवी पत्रकार को इंटरव्यू (Interview) देकर सबको चौंका दिया है। काफी देर के इस इंटरव्यू में लॉरेंस ने कई बातें रखी हैं। अपने इरादे, अपने दुश्मन, अपने दोस्त और अपने प्लॉन्स को बताने की कोशिश भी की है। साथ ही इस इंटरव्यू में इसने अपनी छवि को भी पूरी तरह से सुधारने की कोशिश की है, लेकिन इस इंटरव्यू ने कई सवाल भी खड़े किए हैं। जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई का इंटरव्यू टीवी परसवाल पुलिस पर, सवाल प्रशासन पर, सवाल सरकार पर। एक खतनराक अपराधी जो साल 2016 से अलग-अलग जेलों में बंद, जिसे एक बार भी जमानत नहीं मिली, जिसे लगातार सुरक्षा के घेरे में रखा जाता है वो आखिर कैसे एक टीवी को इतना लंबा इटरव्यू दे देता है। कोई नहीं जानता ये इंटरव्यू कहां हुआ। कैसे लॉरेंस ने एक पत्रकार से कॉन्टेक्ट किया और किस माध्यम से इंटरव्यू की इस वीडियो क्लिप को चैनल तक पहुंचाया गया। जेल से कोई कैसे दे सकता है इंटरव्यू?जैसे ही लॉरेंस बिश्नोई का इंटरव्यू चला, पंजाब और राजस्थान सरकार के होश उड़ गए। ये दोनों ही हाई सिक्योरिटी जेल हैं। हाई सिक्योरिटी जेल में मतलब जहां बड़े-बड़े अपराधियों को रखा जाता है और इस बात का विशेष ख्याल रखा जाता है कि किसी भी तरह से बाहर की दुनिया से उनका कॉन्टेक्ट न हो। जैसे ही इंटरव्यू टीवी पर चला पंजाब पुलिस ने तुरंत एक प्रेस रिलीज जारी किया। इस प्रेस रिलीज में बताया गया कि लॉरेंस बिश्नोई का ये इंटरव्यू पुराना है। ‘ये इंटरव्यू बठिंडा की जेल में नहीं हुआ और न ही पंजाब की किसी और जेल में हुआ’। इस बड़ी चूका जिम्मेदार कौन है?पंजाब पुलिस ने तो ये कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया। दरअसल अभी कुछ दिन पहले ही लॉरेंस को राजस्थान की जेल से बठिंडा की जेल में शिफ्ट किया गया था। वजह थी राजस्थान की जेल में दो बड़े गैंगस्टर का होना। दरअसल जग्गू भगवानपुरिया और लॉरेंस बिश्नोई एक ही जेल में बंद थे। पहले तो ये दोनों गैंगस्टर दोस्त हुआ करते थे, लेकिन पिछले कुछ समय में इनके बीच खूनी गैंगवार छिड़ चुकी है। ऐसे में इन दोनों खुंखार अपराधियों को एक ही जेल में बंद करना सुरक्षित नहीं था और इसलिए लॉरेंस को पंजाब की जेल में शिफ्ट किया गया। लॉरेंस को कुछ दिन पहले राजस्थान से पंजाब शिफ्ट किया गयालॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में जितनी बातें की उससे ये बात तो साफ है कि ये बहुत ज्यादा पुराना इंटरव्यू नहीं है। चलिए अगर मान भी लिया जाए कि ये इंटरव्यू पंजाब की जेल में नहीं हुआ तो फिर क्या ये राजस्थान की जेल से अरेंज किया गया। क्या राजस्थान की जेल में लॉरेंस के पास इतनी सुविधा दी जा रही थी कि वो इंटरव्यू रिकॉर्ड भी करे और उसे टीवी चैनल को भी दे। एक रात सीआईए के स्टाफ के साथ रुका था गैंगस्टरइस मामले में एक और बात सामने आई है। दरअसल 7 मार्च की रात को लॉरेंस को जयपुर जेल से बठिंडा लाया गया, लेकिन रात में बठिंडा जेल प्रशासन ने उसे जेल में लेने से इनकार कर दिया। लॉरेंस को वापस जयपुर नहीं ले जाया जा सकता था। ऐसे में सीआईए यानी सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी के स्टाफ के साथ उसे रखा गया। यानी पंजाब, राजस्थान के अलावा एक और नाम इस बीच सामने आया और वो था सीआईए का। 9 साल से जेल से ही चला रहा है नेटवर्कचाहे कोई किसी भी राज्य की सरकार इस बात से इनकार करें, या इस बात से अपना पल्ल झाड़ ले, लेकिन सच्चाई तो ये है कि करीब 10 साल से अलग-अलग जेलों में बंद एक कैदी जेल के अंदर से ही अपना पूरा नेटवर्क चला रहा है। प्रशासन जेल में जैमर लगा दे, चाहे सुरक्षा कैमरे, लेकिन इन सबके बावजूद लॉरेंस जेल के अंदर से ही वो सबकुछ करता है जो प्रशासन की मदद के बिना संभव है ही नहीं। पहले सोशल मीडिया के जरिए वो अक्सर चर्चा में रहता था और अब उसने चुना है टेलीविजन को।