तेजाब में डुबोकर मौत देने वाला ‘इटली का दाऊद’… 1993 बम धमाकों के बाद वो बन गया मोस्ट वांटेड माफिया बॉस

लाखों के रेबैन के सनग्लास्स, रोलेक्स की वॉच, अरमानी की जींस और करोड़ों की पोर्शे कार… ये अंदाज किसी सेलेब्रेटी का नहीं ये स्टाइल है कई लोगों की हत्या करने वाले दुनिया के सबसे बड़े क्रिमिनल का। अंडरवर्ल्ड की दुनिया में दाऊद इब्राहिम के नाम से हर कोई वाकिफ है, दाऊद की दहशत सिर्फ भारत नहीं दुनिया में फैली हुई है, लेकिन इटली के इस डॉन के कारनामे तो दाऊद से भी कई कदम आगे हैं।

‘इटली के दाऊद’ की कहानी

माटेओ मेसिना डेनारो (Matteo Messina Denaro) यही नाम है इटली के इस दाऊद का। हम इसे इटली का दाऊद इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जैसे दाऊद ने मुंबई धमाके करके भारत को दहला दिया था, ठीक उसी तरह डेनारो ने इटली में 1993 में बम धमाके करवाए थे जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी। फ्लोरेंस, रोम और मिलान में हुए बम धमाके ने पूरे इटली को दहला दिया था। इन धमाकों के बाद से ये माफिया डॉन फरार था। इटली समेत कई देशों की पुलिस को इसकी तलाश थी, लेकिन इतने सालों में ये कभी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया।

जानिए मेसिना डेनारों की क्राइम कुंडली

मेसिना डेनारो की क्राइम कुंडली अगर खंगाली जाए तो इसे बताने के लिए शब्द कम पड़ जाएंगे। मेसिना डेनारो बचपन से ही आपराधिक माहौल में बढ़ा हुआ। पिता भी माफिया के काले धंधे में थे। डेनारो भी जैसे ही बड़ा हुआ इस काले धंधे में कूद गया। वो कोसा नोस्ट्रा सिंडिकेट के लिए काम करता था। कोसा नोस्ट्रा एक ऐसा संगठन है जिसका काम देश में हिंसा फैलाने का है। 1988 में इटली के राष्ट्रपति सर्जियो मटेरेला के भाई की हत्या में इसी संगठन का नाम आया था। डेनारो इसी कोसा नोस्ट्रा के लिए ड्रग ट्रेफिकिंग और मनी लॉन्ड्रिंग का काम करता था और पिछले तीस सालों में वो इस संगठन का बॉस बन गया था।

1992 में किया पहला धमाका

1992 में एक धमाके में सबसे पहले इस माफिया बॉस का नाम आया। इन धमाकों में माफिया के खिलाफ जंग लड़ रहे दो वकील गिनोवन्नी फाल्कोन और पाओलो बोरसेलिनो मारे गए थे। इसके बाद अदालत ने डेनारो को उम्र कैद की सजा सुनाई थी, लेकिन डेनारो ने 1993 में फिर धमाके कर इटली को दहला दिया था। उस वक्त इसकी उम्र महज 30 साल थी। इटली पुलिस की कई टीम इसे पकड़ने की कोशिश कर रही थी, लेकिन ये कभी पुलिस के हाथ नहीं आया।

11 साल के बच्चे को तेजाब में डाला

इसकी दरिंदगी की हद आप इस बात से लगा लीजिए कि इस दरिंदे ने 11 साल के एक बच्चे को भी नहीं छोड़ा। एक सरकारी गवाह के बेटे को इस हैवान ने 2 साल तक अपनी कैद में रखा और फिर उस बच्चे को तेजाब के अंदर फेंक कर बड़ी ही बेरहमी से मार डाला। अदालत ने एक बार फिर इसे उम्र कैद की सजा सुनाई, लेकिन इसे कहा इस बात से कोई फर्क पड़ता था। ये तो माफिया राज दिन बन दिन आगे बढ़ता जा रहा था।

डेनारो का लग्जरी लाइफ स्टाइल

ये माफिय बॉस था तो पुलिस का भगौड़ा लेकिन इसके शौक भी काफी बड़े थे। दाऊद की तरह ही ये भी बेहद लग्जरी लाइस्टाइल जीता था। अलग-अलग वक्त पर इसकी अलग गर्लफ्रेंड रहीं। कहते हैं डेनारो रोज होटल्स में नई लड़कियों के साथ नजर आता था। जब एक होटल के मालिक ने ये आरोप डेनारो के लिए कही तो डेनारो ने उसका ही कत्ल कर दिया। ऐसे ही एक रिश्ते से डेनारोो की एक बेटी भी हुई।

गर्लफ्रेंड को किया गया गिरफ्तार

साल 2000 में पुलिस ने डेनारो की एक गर्लफ्रेंड मारिया मेसी को गिरफ्तार किया। उसपर डेनारो की मदद करने के आरोप लगे थे। मारिया के पास से डेनारो के कई लेटर भी बरामद हुए। इस मामले में कोर्ट ने मारिया को 14 साल की सजा सुनाई थी। डेनारो की गर्लफ्रेंड के अलावा उसके परिवार के लोग भी माफिया के कारोबार में उसके साथ थे। 2010 में डेनारो के भाई और 2013 में उसकी बहन को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया।

कैंसर की बीमारी से जूझ रहा है डेनारो

सालों तक कई बार पुलिस डेनारो को गिरफ्तार करने की कोशिश करती रही। कई बार जाल बिछाया गया, लेकिन ये इतना शातिर था कि हर बार बच ही जाता था, लेकिन अब तीस साल बाद ये आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया। बताया जा रहा है कि डेनारो कैंसर की बीमारी से जूझ रहा है और उसी के लिए इलाज के लिए वो एक प्राइवेट अस्पताल में पहुंचा था जहां से उसे गिरफ्तार किया गया। एक साल पहले भी इसी अस्पताल में इसने कैंसर की वजह से ऑपरेशन करवाया था।

30 साल बाद हुआ गिरफ्तार

तीस साल में वो पूरी तरह से बदल गया था। अब इसकी उम्र 60 साल हो चुकी है। पुलिस के पास डेनारो की कोई नई तस्वीर नहीं थी, ऐसे में उसे पहचानना बेहद मुश्किल था, लेकिन डेनारो के महंगे शौक ही उसकी गिरफ्तारी की वजह बन गए। वो एक आम आदमी की तरह अस्पताल में गया ताकि किसी को शक न हो, लेकिन उसके हाथ में करोड़ों रुपये की घड़ी पहनी हुई थी जो सिर्फ चंद लोगों के पास ही होती है। बस इसी घड़ी की वजह से पुलिस ने उसे पहचान लिया और तीस साल बाद आखिरकार वो गिरफ्तार हो गया। सोचिए ये कितना बड़ा अपराधी था कि इसकी गिरफ्तारी के बाद इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने ट्वीट कर खुशी जताई। पीएम ने इसे इटली की बड़ी जीत बताया।