नई दिल्ली: हर देश में कुछ ऐसे पक्षी होते हैं, जो वहां की स्थानीय जलवायु में पलते और बढ़ते हैं। ऐसा ही एक पक्षी अपने देश में काफी देखा और पसंद किया जाता है। जी हां, आपकी नकल करने वाला तोता। लेकिन जो तस्वीर आप यहां देख रहे हैं वह तोता नहीं है। वैसे, देखने में इसकी बनावट उल्लू की तरह लगती है लेकिन यह उल्लू भी नहीं है। इसे काकापो (Kakapo) कहते हैं। तोते और उल्लू से मिलने के कारण इनका नाम पड़ा owl parrot, हिंदी में हम कहें तो उल्लू-तोता। यह पक्षी न्यूजीलैंड में पाया जाता है लेकिन शिकार बढ़ने और सुरक्षित ठिकाने खत्म होने से ये प्यारे से पक्षी विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गए हैं। बताते हैं कि न्यूजीलैंड में इंसानों के पहुंचने से पहले काकापो यहां बहुत थे। न्यूजीलैंड सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक 249 काकापो ही बचे हैं। तोते की तरह इस प्यारे से पक्षी को भी पाला जा सकता है। काकापो को दुनिया का सबसे वजनी तोता माना जाता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि काकापो उड़ नहीं सकते। ये दुनिया के एकमात्र फ्लाइटलेस पैरट होते हैं। दूसरी पक्षियों की तुलना में ये ज्यादा जीवित रहते हैं। बाजारों में इनकी कीमत 200 डॉलर के करीब आंकी जाती है। न्यूजीलैंड की सरकार और पर्यावरणप्रेमी इस पक्षी को बचाने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं। इन्हें केवल शिकारियों से नहीं बचाना है बल्कि बीमारियों से दूर रखने के साथ ही आबादी बढ़ाने पर भी ध्यान देना है। ये पक्षी अलग तरह की आवाज निकालते हैं। खतरा महसूस होने पर ये जहां होते हैं, वहीं पर फ्रीज हो जाते हैं। काकापो की खासियत जान लीजिए
- रात्रिचर प्राणी
- उड़ नहीं सकता
- संबंध बनाने के लिए मेल काकापो फीमेल को आकर्षित करते हैं। इसे एक तरह से मेल काकापो का प्रदर्शन समझिए।
- ये करीब 90 साल तक जीवित रहते हैं और इसे दुनिया में सबसे ज्यादा जीवित रहने वाली चिड़िया की प्रजाति माना जाता है।
- दुनिया में सबसे भारी तोते की प्रजाति, वजन 1.4 किलो से लेकर 2.2 किलोग्राम तक।