चांद के चूमने के और करीब पहुंचा ISRO, अहम टेस्ट में पास हुआ चंद्रयान-3 का लैंडर, जून में लॉन्च हो सकता है मिशन

बेंगलुरु : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation) ने रविवार को कहा कि ‘चंद्रयान-3’ के ‘लैंडर’ का एक प्रमुख परीक्षण ‘इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक इंटरफेरेंस/इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक कम्पैटिबिलिटी’ (ईएमआई/ईएमसी) सफलतापूर्वक पूरा हुआ है। ये टेस्ट 31 जनवरी से 2 फरवरी के बीच यू.आर. राव उपग्रह केंद्र में किया गया।ISRO ने कहा कि अंतरिक्ष वातावरण में उपग्रह उप-प्रणालियों की कार्यक्षमता और अपेक्षित विद्युत चुम्बकीय स्तरों के साथ उनकी अनुकूलता सुनिश्चित करने के वास्ते उपग्रह अभियान के लिए ईएमआई/ईएमसी परीक्षण किया जाता है। इसरो ने कहा कि चंद्रयान-3 के लैंडर के ईएमआई/ईएमसी परीक्षण के दौरान यह सभी आवश्यक संचालन मानकों पर खरा उतरा है। इसने कहा कि प्रणालियों का प्रदर्शन संतोषजनक रहा।यह चंद्रयान-2 के बाद का अभियान है। वर्ष 2019 में चंद्रयान-2 के जरिए चंद्रमा की सतह पर रोवर उतारने का भारत का पहला प्रयास उस समय नाकाम हो गया था, जब यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। चंद्रयान-3 के जून में प्रक्षेपित होने की संभावना है।