गुवाहाटी: तीसरे टी-20 में मंगलवार रात भारत, ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले जीत के ज्यादा करीब नजर आ रहा था। क्रीज पर मौजूद ग्लेन मैक्सवेल और मैथ्यू वेड वैसे तो आतिशी पारियों के लिए ही जाने जाते हैं, लेकिन दो ओवर में 43 रन बनाना आसान काम भी नहीं था। भारत के पास सीरीज अपने नाम करने का सुनहरा मौका था। कप्तान सूर्यकुमार यादव ने 19वें ओवर की जिम्मेदारी स्पिनर अक्षर पटेल को सौंपी। इसी ओवर में ईशान किशन से किसी नौसिखिए की तरह ऐसी गलती कर डाली, जिसने मैच के परिणाम पर गहरा असर डाला।दरअसल, कप्तान मैथ्यू वेड ने शुरुआती तीन गेंदों में दो चौके के साथ 10 रन कूट दिए। अब नौ गेंद में 33 रन चाहिए थे। अक्षर ने चौथी गेंद ऑफ स्टंप के बाहर फेंकी। मैथ्यू वेड इसे मारने से चूक गए और अपना संतुलन थोड़ा खो बैठे। विकेटकीपिंग कर रहे ईशान किशन ने गिल्लियां बिखेर दी और स्टंपिंग की जोरदार अपील की। रीप्ले फुटेज से पता चला कि किशन ने स्टंप के ठीक सामने गेंद कलेक्ट की, जिसके बाद टेलीविजन अंपायर ने इसे सीधे नो-बॉल करार दिया। वेड को अगली गेंद पर फ्री-हिट दी गई, जिसे ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ने लॉन्ग-ऑन पर छक्के के लिए भेज दिया। ग्लेन मैक्सवेल की 47 गेंद में खेली गई शतकीय पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच पांच विकेट से जीत लिया। एमसीसी के नियम 27.3.1 के अनुसार, ‘विकेटकीपर स्ट्राइकर एंड पर पूरी तरह से विकेट के पीछे रहेगा जब तक कि गेंद खेल में न आ जाए। जब तक कि गेंदबाज द्वारा फेंकी गई गेंद स्ट्राइकर के बल्ले या बल्लेबाज को छू न ले या विकेट को पार न कर दे।’ इसके अलावा, कानून 27.3.2 की माने तो, ‘विकेटकीपर के इस कानून के उल्लंघन के साथ ही अंपायर को अगली बॉल नो बॉल देना होगा।’पहले दोनों मैच हार चुकी ऑस्ट्रेलिया को आखिरी दो ओवर में 43 रन चाहिए थे। कप्तान मैथ्यू वेड ने 19वें ओवर में अक्षर पटेल को एक छक्का और एक चौका लगाया जबकि विकेटकीपर ईशान किशन की चूक से चार रन बाय के रूप में मिले। अब आखिरी ओवर में 22 रन की जरूरत थी और हाल ही में वनडे विश्व कप में दोहरा शतक जड़कर ऑस्ट्रेलिया को अफगानिस्तान पर ऐसी ही चमत्कारिक जीत दिलाने वाले मैक्सवेल ने प्रसिद्ध कृष्णा को तीसरी गेंद पर छक्का और आखिरी तीन गेंदों पर चौके जड़ते हुए टीम को पांच विकेट पर 225 रन तक पहुंचा दिया।