क्या सऊदी अरब बना रहा नया काबा? ‘मुरब्बा’ शहर का डिजाइन देख कर भड़के मुसलमान, पूछा सवाल

रियाद: सऊदी अरब अब अपनी अर्थव्यवस्था से तेल की निर्भरता को खत्म करना चाहता है। सऊदी सरकार दुनिया भर से ज्यादा से ज्यादा निवेश को आकर्षित करना चाहती है। पहले उसने लाइन सिटी नाम का एक प्रोजेक्ट शुरु किया था। अब सऊदी सरकार ने देश की राजधानी रियाद में न्यू मुरब्बा नाम का शहर बनाने का फैसला किया है। इसमें एक विशाल संरचना होगी, जो शहर का केंद्र बिंदु होगा। वीडियो देख कर पता चलता है कि यह अपने आप में ही किसी शहर की तरह है। यह विशाल संरचना रियाद शहर की सभी आकर्षक चीजों में से एक होगी।शहर के बीच में बनने वाली संरचना का नाम मुकाब होगा। सरकार ने इस शहर के प्रमोशन से जुड़ा एक वीडियो भी बनाया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह एक घन के आकार की संरचना है जो खोखली होगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक इसका काम शुरू हो चुका है। जानकारी के मुताबिक इसमें न्यूयॉर्क की एम्पायर स्टेट बिल्डिंग से 20 गुना ज्यादा स्पेस होगा। इस प्रोजेक्ट में एक संग्रहालय, एक टेक्नोलॉजी और डिजाइन यूनिवर्सिटी, एक बहुउद्देशीय थिएटर और 80 से ज्यादा मनोरंजन और सांस्कृति स्थल शामिल होंगे।क्या होगा शहर में खासन्यू मुरब्बा शहर में 2.5 करोड़ वर्ग किमी से ज्यादा का फ्लोर स्पेस है। 104,000 आवासीय इकाइयां भी इनमें हैं। यहां 9,000 से ज्यादा होटल के कमरे होंगे। 9.80 लाख स्कायर मीटर का रिटेल स्पेस होगा, 14 लाख स्क्वायर मीटर का ऑफिस स्पेस, 6.2 लाख स्कायर किमी का का लीज स्पेस होगा। इस शहर के पास अपनी परिवहन प्रणाली होगी और हर तरफ से हवाई अड्डे तक 20 मिनट में पहुंचा जा सकेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह शहर 2030 तक बन कर तैयार होगा। यह घोषणा तब हुई है जब साल भर पहले ही फ्यूचर सिटी लाइन की घोषणा की गई थी।कई लोगों को नहीं आया पसंदइस शहर को लेकर जहां कुछ लोग बेहद रोमांचित हैं, वहीं कुछ लोग इसे लेकर नाराजगी जता रहे हैं। कुछ लोगों ने कहा कि ये पवित्र काबा की तरह बनाया जा रहा है। पब्लिक इनवेस्टमेंट फंड की ओर से जारी वीडियो पर मिर्जा बेग नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘सऊदी फितना और दज्जाल की भूमि.. अब काबा की तरह एक और चीज का निर्माण कर रहा है जिसे मुकाब कहा जाता है।’ इसके जवाब में एक यूजर ने लिखा कि हम विकास कर रहे हैं, इसलिए आप रो रहे हैं। अगर ये फितना है तो मुझे चाहिए। डॉ. मुहम्मद अल-हचिमी ने पूछा, ‘क्या मोहम्मद बिन सलमान काबा बनवा रहे हैं। क्या यह मक्का अल-मुकर्रमा में पवित्र काबा के साथ प्रतिस्पर्धा है? आप क्या सोचते हैं?’ प्रोफेसर असद अबखलील ने भी इसी तरह के सवाल खड़े किए।