अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने पिछले महीने स्विटजरलैंड में हुई संयुक्त बैठक में सुझाव दिया है कि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) दिसंबर में होने वाले चुनाव के बाद महासचिव के चुनाव की बजाय ‘सीईओ की नियुक्ति’ कर सकता है।
आईओसी, एशियाई ओलंपिक परिषद, आईओए और खेल मंत्रालय के अधिकारियों की बैठक 27 सितंबर को लुसाने में हुई। इससे पहले आईओसी ने अंतिम चेतावनी दी थी कि अगर पांच से सात दिसंबर के बीच होने वाली आईओसी कार्यकारी बोर्ड की अगली बैठक से पहले आईओए के चुनाव की घोषणा नहीं की गई तो इस पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है।
बैठक में भारत के पहले ओलंपिक व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने भी भाग लिया था।
आईओसी ने बैठक के बाद जारी सार में कहा ,‘‘ आईओसी और ओसीए अतिरिक्त बदलाव का भी सुझाव देंगे मसलन महासचिव की जगह सीईओ की नियुक्ति करना और स्वतंत्र नैतिकता आयोग और एथलीट आयोग की नियुक्ति वगैरह।’’
अभी तक भारत में अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ समेत कुछ ही राष्ट्रीय खेल महासंघों में वेतनभोगी महासचिव की नियुक्ति की जाती है।
आईओए के चुनाव पिछले साल दिसंबर में होने थे लेकिन संविधान को खेल कोड के अनुरूप बनाने के लिये उसमें बदलाव की मांग करने वाली एक याचिका पर दिल्ली उच्च न्यायालय में सुनवाई लंबित होने के कारण इसे टाल दिया गया था।